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प्रेमचंद कम्युनिस्ट उसूलों की बात नहीं कर रहे थे

आज ‘जनसत्ता’ में वरिष्ठ पत्रकार, http://www.hindisamay.com के संपादक राजकिशोर का लेख छपा है ‘प्रेमचंद के मित्र’. पढ़ा आपने?  राजकिशोर जब लिखते हैं बहसतलब लिखते हैं- जानकी पुल.  ======================================================   मैं समझता था कि प्रेमचंद इतने अच्छे लेखक हैं कि उन पर बहस नहीं हो सकती। वे हिंदी कथा साहित्य के मनु हैं। …

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मैं चिर प्रेमी शैलेन्द्र और मेरी प्रेयसि हिंदी जनता

कुछ समय पहले गीतकार शैलेन्द्र की कविताओं का संचयन प्रकाशित हुआ ‘अन्दर की आग’. शंकर शैलेन्द्र के नाम से प्रतिबद्ध कविता लिखने वाले इस कवि को ख्याति मिली गीतकार शैलेन्द्र के रूप में. इन कविताओं के माध्यम से एक और शैलेन्द्र से परिचय होता है. इस पुस्तक के सम्पादन और …

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महात्मा गाँधी जिन किताबों को पढ़ते थे

महात्मा गाँधी अंतर्राष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय की वेबसाईट ‘हिंदी समय’ पर तेजी ईशा ने उन पुस्तकों की सूची प्रस्तुत की है जो महात्मा गाँधी पढ़ा करते थे. हमने सोचा अपने पाठकों से भी साझा कर लें- मॉडरेटर. =============== Abott, Lyman: What Christianity Means To Me: A Spiritual Autobiography Advice To A …

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