कवि-लेखक यतीश कुमार की किताब आई ‘बोरसी भर आँच: अतीत का सैरबीन’। संस्मरण विधा की …
Read More »अनुवाद की बदहाली का कारण सिर्फ कम मेहनताना नहीं, विशेषज्ञता की कमी भी
हिंदी में अनूदित साहित्य का विस्तार हुआ है. बड़े पैमाने पर विश्व साहित्य हिंदी में लगतार उपलब्ध हो रहा है. लेकिन अनुवाद का स्तर, उसके लिए मिलने वाला मेहनताना जैसे मुद्दे लगातार विवाद के विषय रहे हैं. स्वतंत्र मिश्र की यह ‘स्टोरी‘ इन्हीं कुछ पहलुओं के विश्लेषण का प्रयास करती है. एक …
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