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दो पल की कशमकश का वक्फा

मूलतः पंजाबी भाषी तजेन्दर सिंह लूथरा हिंदी में कविताएँ लिखते हैं. हाल में ही उनका कविता संग्रह राजकमल प्रकाशन से आया है- ‘अस्सी घाट का बांसुरीवाला’. उसी संकलन से कुछ चुनी हुई कविताएँ- जानकी पुल. ——————————————————– 1. अस्सी घाट का बाँसुरी वाला इसे कहीं  से भी शुरू किया जा सकता है, बनारस …

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कोई नहीं लिखता यहां क्या हो रहा है

कथाकार-पत्रकार आशुतोष भारद्वाज छत्तीसगढ़ के नक्सली घोषित इलाकों में घूम-घूम कर बड़ी बारीक टिप्पणियां कर रहे हैं, बड़े वाजिब सवाल उठा रहे हैं. भूलने के विरुद्ध एक जरूरी कार्रवाई- जानकी पुल. ————— नये साल की पहली रात। बस्तर और कश्मीर की भौगोलिक काया और जैविक माया में रोचक साम्य — …

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प्रेम को पाने, खोने, पाने और फिर खो देने के इस खेल में

आज  अंजू शर्मा की कविताएँ. हाल में जिन कवियों ने अपनी पहचान बनाई है उनमें अंजू शर्मा का नाम प्रमुखता से लिया जा सकता है. जीवन की सहजता से बुनी उनकी कविताओं में कुछ असहज करने वाले प्रसंग हैं, स्त्रियों की मुक्ति से जुड़े सवाल हैं, लेकिन नारे की तरह …

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