पता नहीं सहरसा की मिटटी में क्या है. पिछले कुछ समय से सहरसा के एक से एक लेखक सामने आए हैं. लेकिन गौतम राजऋषि जैसे विरुद्धों का सामंजस्य हैं. पेशे से कर्नल और दिल से शायर. हाल में ही हिन्द युग्म प्रकाशन से उनके गजलों का दीवान साया हुआ है …
Read More »ऐसा नगर कि जिसमें कोई रास्ता न जाए
खलीलुर्रहमान आज़मी मशहूर शायर शहरयार के उस्तादों में थे. इस जदीदियत के इस शायर के बारे में शहरयार ने लिखा है कि १९५० के बाद की उर्दू गज़ल के वे इमाम थे. उनके मरने के ३२ साल बाद उनकी ग़ज़लों का संग्रह हिंदी में आया है और उसका संपादन खुद …
Read More »फरहत एहसास की शायरी
उर्दू के युवा शायरों में फरहत एहसास का नाम ऐसे शायरों में शुमार किया जाता है जिनको पढ़ने-लिखने वालों के तबके में भी सराहा जाता है। अहसास की शिद्दत और बेचैनमिजाजी के इस शायर के शेर जुबान पर भी चढ़ते हैं और ठहरकर सोचने को भी मजबूर कर देते हैं। …
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