आज सुबह सुबह फेसबुक पर सत्यानंद निरूपम जी ने अरुण प्रकाश की कहानी ‘भैया एक्सप्रेस’ कहानी का जिक्र फेसबुक पर किया आर मुझे वह दौर याद आ गया जब उत्तर बिहार के गांवों से खेतिहर मजदूर ट्रेनों में बैठ-बैठकर पंजाब जाते थे, अधिक धन कमाने की आस में। ‘गंगा’ पत्रिका …
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