इन दिनों विश्वविद्यालयों की स्वायत्तात का मुद्दा जेरे-बहस है. इसको लेकर एक विचारणीय लेख कृष्ण कुमार का पढ़ा ‘रविवार डाइजेस्ट’ नामक पत्रिका में. आपके लिए प्रस्तुत है- मॉडरेटर. ============================================================= रोहित बेमुला की आत्महत्या एक प्रश्नभीरु समाज में बहस और विवाद का विषय बन जाए, यह आश्चर्य की बात नहीं …
Read More »कृपया मातृत्व का झूठा महिमा मंडन न करें
वैचारिक मासिक रविवार के अगले अंक में मातृत्व को ले कर एक रोचक बहस आ रही है। सविता पाठक का कहना है कि मातृत्व कोई इतनी बड़ी चीज नहीं कि उसके लिए करियर की बलि दे जाए। मातृत्व बांधता है, जबकि करियर मुक्त करता है। लोग एक तरफ मातृत्व का …
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