रवीश कुमार को पढ़ते हुए, सुनते हुए कई बार कि ये मूलतः कवि-ह्रदय हैं. ‘इश्क में शहर होना’ के बाद तो ऐसा बार-बार लगा लेकिन इधर वे कविता के रूप में ही कविताएं लिख रहे हैं. उनसे पूछा तो उन्होंने कहा कि वे ड्रेरित काव्य लिख रहे हैं, जैसे आप …
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