चारुमति रामदास जी हैदराबाद के रूसी भाषा विभाग से सेवानिवृत्त हुई. रूसी से उन्होंने हिंदी में काफी अनुवाद किये हैं. आज एक रोचक अंश विक्टर श्क्लोव्स्की के उपन्यास से- मॉडरेटर ======================================= लेखकीय प्रस्तावना यह पुस्तक इस तरह से लिखी गई. सबसे पहले तो मैंने सोचा कि रूसी-बर्लिन के बारे में …
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