अलेक्सान्द्र पूश्किन का 10 फ़रवरी 1837 को एक द्वंद्व युद्ध में गंभीर रूप से घायल होने के बाद केवल 38 वर्ष की आयु में निधन हो गया था. उनके एक लघु उपन्यास “दुब्रोव्स्की” का एक अंश प्रस्तुत है. यह रचना आज से लगभग 170 वर्ष पूर्व लिखी गई थी. मूल …
Read More »मिखाइल बुलगाकोव के उपन्यास ‘मास्टर एंड मार्गारीटा’ का अंश ‘मुर्ग़े की बदौलत’
मिखाइल बुलगाकोव के उपन्यास ‘मास्टर एंड मार्गारीटा’ का रूसी साहित्य में अलग स्थान रहा है। मूल रूसी से इस उपन्यास का अनुवाद करने वाली आ चारुमति रामदास ने ध्यान दिलाया कि दशकों पहले इन्हीं दिनों एक पत्रिका में इस उपन्यास का धारावाहिक प्रकाशन शुरू हुआ था। इसका एक अंश पढ़िए- …
Read More »अलेक्सान्द्र पूश्किन की कहानी ‘डाकचौकी का चौकीदार’
अलेक्सान्द्र पूश्किन की आज जयंती है। महज़ 38 साल की आयु में दुनिया छोड़ देने वाले इस कवि-लेखक की एक कहानी पढ़िए। अनुवाद किया है आ. चारुमति रामदास ने- =============== मुंशी सरकार का, तानाशाह डाकचौकी का – राजकुमार व्याज़ेम्स्की डाकचौकी के चौकीदारों को किसने गालियाँ नहीं दी होंगी, किसका उनसे …
Read More »निकोलाय गोगोल की कहानी ‘नाक’
19 वीं शताब्दी के प्रसिद्ध लेखक निकोलाय गोगोल की कहानी ‘नाक’ पढ़िए। मूल रूसी भाषा से अनुवाद किया है आ. चारुमति रामदास जी ने- मॉडरेटर ================= 25 मार्च को पीटर्सबुर्ग मे एक बड़ी अद्भुत घटना घटी. नाई इवान याकव्लेविच, जो वज़्नेसेन्स्की मोहल्ले में रहता था, उस दिन बड़ी सुबह जाग …
Read More »मिखाइल बुल्गाकोव की कहानी ‘देसी दारू का तालाब’
कल महान रूसी लेखक मिखाइल बुल्गाकोव की 80 वीं पुण्यतिथि थी। उनकी इस व्यंग्य रचना का मूल रूसी भाषा से अनुवाद किया है ए.चारुमति रामदास जी ने- मॉडरेटर =================================================== देसी दारू का तालाब ईस्टर संडे की रात को दस बजे हमारा नासपीटा कॉरीडोर ख़ामोश हो गया. इस सुकूनभरी ख़ामोशी …
Read More »मिखाइल बुल्गाकोव के लघु उपन्यास का अनूदित अंश ‘ज़िंदा पॉरिज’
रशियन भाषा के प्रसिद्ध लेखक मिखाइल बुल्गाकोव को ‘मास्टर एंड मार्गरीटा’ के लेखक के रूप में जाना जाता है, उनके एक लघु उपन्यास का अनुवाद आ. चारुमति रामदास जी ने मूल भाषा से हिन्दी में किया है, जो आजकाल के माहौल के अनुकूल लगता है। उसी अनुवाद से एक अंश पढ़िए- ==================== …
Read More »रूसी लेखक सिर्गेइ नोसव की कहानी ‘छह जून’
रूसी भाषा के लेखक सिर्गेइ नोसव की इस कहानी के बारे में अनुवादिका आ. चारुमति रामदास का कहना है कि यह एक ख़तरनाक कहानी है, सच में बहुत रोमांचक। मूल रूसी से अनूदित इस कहानी का आनंद लीजिए- मॉडरेटर ======================= मुझसे कहा गया है, कि मैं इस जगह को भूल …
Read More »रूसी लेखक इवान बूनिन की कहानी ‘बर्फ़ का सांड’
नोबल पुरस्कार प्राप्त करने वाले पहले रूसी लेखक इवान बूनिन की एक छोटी सी कहानी पढ़िए। बूनिन मानव मन और प्रकृति का चित्रण जिस बारीकी से करते हैं, वह मन को छू लेती है. आप उनकी रचनाएँ न केवल पढ़ते हैं, न सिर्फ ‘देखते’ हैं, बल्कि उन्हें जीते हैं, उनके पात्र …
Read More »आ. चारुमति रामदास की कहानी ‘ऐसा भी होता है!’
आ. चारुमति रामदास हैदराबाद में प्रोफ़ेसर रही हैं। रूसी भाषा से उन्होंने अनेक कहानियों का हिंदी में अनुवाद किया है जिसमें मिखाईल बुलगाकोव का उपन्यास ‘मास्टर एंड मार्गरीटा’ भी है। आज उनकी एक छोटी सी कहानी जो कुछ कुछ जादुई यथार्थवाद जैसी है। आप भी पढ़िए- मॉडरेटर ======================= हम समुन्दर …
Read More »मिखाइल बुल्गाकोव की कहानी ‘चीचिकव के कारनामे’
मिखाइल बुल्गाकोव को प्रसिद्ध उपन्यास ‘मास्टर एंड मार्गरिटा’ के लिए जाना जाता है. आज उनकी एक व्यंग्यात्मक कहानी ‘चीचिकव के कारनामे पढ़िए. निकोलाय गोगल की ” Dead Souls” तथा अन्य कहानियों के पात्रों पर आधारित (उन्हींके स्वाभाविक गुणों को ध्यान में रखते हुए) ये कहानी लिखी गई है. बुल्गाकोव को …
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