महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय के विद्यार्थी अमन आकाश का यह लेख बहुत बढ़िया है. किन्नर सम्माज पर पूरी संवेदना के साथ- मॉडरेटर ============ किन्नर : किम् नर? हमारी बिरादरी में अगर किसी ने गुरु से बदतमीजी की तो उसके सर पर सिक्का दागकर उसे समाज से बाहर कर दिया …
Read More »बउआ, महुआ बीछअ नै चलबे?
अमन आकाश मिथिला के हैं और महात्मा गाँधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय से मॉस कॉम में शोध कर रहे हैं. उनका यह भावभीना संस्मरण अपने गाम-घर को याद करते हुए है- मॉडरेटर ================================ अँधेरा-सा छाया ही रहता कि दादी जगाती हुई कहती “चल, ईजोत भ गेलै! नै ता केयो और बीछ …
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