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युवा कवि अमृत रंजन की पाँच कविताएँ

अमृत रंजन की कविताएँ हम तब से पढ़ते आ रहे हैं जब वह 12 साल का बच्चा था। अब वह युवा हो चुका है। उसकी कविताओं में भी अलग तरह की परिपक्वता दिखाई देने लगी है। बड़ी संभावनाएँ दिखाई देने लगी हैं। आज अमृत का जन्मदिन है। आइए उसकी कविताएँ …

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पाब्लो का प्रेमी तथा अन्या कविताएँ: अमृत रंजन

किशोर कवि अमृत रंजन अब धीरे धीरे वयस्क हो रहा है और उसकी कविताएँ भी अपना रंग बदल रही हैं। ये उसकी सबसे नई कविताएँ हैं- प्रभात रंजन =================== पाब्लो का प्रेमी  कितना प्रेम है? बहुत ज़्यादा। कहाँ तक?  बहुत दूर। कश्मीर तक? हाँ। इटली तक?  हाँ। अमरीका तक?  हाँ। …

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‘जहाँ नहीं गया’ की कविताओं में समकालीनता और भविष्य

कवि अमृत रंजन के कविता संग्रह ‘जहाँ नहीं गया’ की समीक्षा लिखी है सुपरिचित कवयित्री स्मिता सिन्हा ने- मॉडरेटर ============== आसमान के सात रंग मेरी ही करतूत हैं । जी हाँ ! अचम्भित ? यह वही सात दुपट्टे हैं , जो हर दिन हवा में फेंका करता था । मुझे …

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गिसेप उंगारेत्ति की कविताएँ: अमृत रंजन का अनुवाद

प्रसिद्ध इतालवी कवि गिसेप उंगारेत्ति की कविताओं का अनुवाद प्रस्तुत है. अनुवाद किया है अमृत रंजन. अमृत रंजन में पहली बार कविताओं का अनुवाद किया है और काफी प्रवाहमयी शैली में किया है- मॉडरेटर ==================================================== अमर   तोड़े गए फूल अर्पित फूल बीच में अनगिनत शून्य ——————————   सैनिक   …

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अमृत रंजन की चार नई कविताएँ

क्या अच्छी कविता लिखने की कोई उम्र होती है? क्या लेखन में परिपक्वता का सम्बन्ध उम्र से होता है?  अमृत रंजन की नई कविताएँ पढ़ते हुए मन में यही सवाल उठते रहे. 15 साल की उम्र में अगर किसी कवि के अहसास इतने बेचैन करने लगें तो ओरहान पामुक के …

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किशोर कवि अमृत रंजन की नई कविताएँ

अमृत रंजन जब पुणे में पांचवीं कक्षा में पढता था तब से जानकी पुल पर उसकी कविताएँ, उसके लेख, उसकी डायरी के अंश छपते रहे हैं अब वह आयरलैंड में है तब भी हिंदी में लिखने का उसका जूनून बाक़ी है. उसकी कविताओं में पहले जो एक बालसुलभ जिज्ञासा थी …

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शुरुआत ‘कुछ नहीं’ है

स्कूली लेखक अमृत रंजन इस बार बहुत दिनों बाद जानकी पुल पर लौटा है. उसकी कविताओं से हम सब भली भांति परिचित हैं. एक बार उसने स्कूल डायरी लिखी थी और एक बार चेतन भगत के उपन्यास ‘हाफ गर्लफ्रेंड’ की समीक्षा की थी. इस बार वह कुछ दार्शनिक प्रश्नों से …

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स्कूली कवि अमृत रंजन की कवितायेँ

हमारा स्कूली कवि अमृत रंजन नई कविताओं के साथ हाजिर है. उसकी कविताओं की सबसे बड़ी विशेषता जो मुझे लगती है कि वह किसी की तरह नहीं बल्कि अपनी तरह लिखना चाहता है. इस बालक से यह हुनर आज के युवा कवियों को सीखना चाहिए कि वे  वरिष्ठ कवियों की …

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अमृत रंजन की ‘पांचवीं क्लास की डायरी’

अमृत रंजन की कवितायेँ हम जानकी पुल पर तब से पढ़ रहे हैं जब वह पांचवीं कक्षा में था. अब वह सातवीं कक्षा में है और उसने पांचवीं कक्षा के अनुभवों को डायरी की शक्ल में लिखा है. मेरे ख़याल से पहली ही बार किसी बालक ने हिंदी में इस …

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अमृत रंजन की ताज़ा कविताएं

स्कूल बॉय अमृत रंजन हिंदी का शायद सबसे कम उम्र का कवि है और वह अपनी इस जिम्मेदारी को समझता भी है. उसकी कविताओं में लगातार दार्शनिकता बढ़ रही है. जीवन-जगत को लेकर जो प्रश्नाकुलता थी उसकी जगह एक तरह का ठहराव दिखाई देने लगा है. पहल बार उसकी कवितायेँ मुझे …

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