‘खूंटा’ कहानी से विशेष चर्चा में आए अनुज की कहानी में राजनीति और ग्रामीण समाज का बदलता चेहरा बखूबी आता है. यह कहानी बिहार की जातिवादी राजनीति को कई कोणों से देखने-समझने की मांग करती है. कथादेश में प्रकाशित हुई है. आज आपके लिए- जानकी पुल. =================================================== {“यह कहानी देशभर …
Read More »‘कथा’ पत्रिका का पुनर्प्रकाशन
‘कथा’ पत्रिका का नाम आते ही मार्कंडेय जी याद आते हैं. यह खुशी की बात है कि उनकी मृत्यु के बाद उस पत्रिका का प्रकाशन फिर शुरु हुआ है. संपादन कर रहे हैं युवा कथाकार अनुज. इसका नया अंक मीरांबाई पर एकाग्र है. प्रस्तुत है इस सुन्दर संयोजित अंक का …
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