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Tag Archives: anukriti upadhyay

अनुकृति उपाध्याय की नौ ग़ज़लें

अनुकृति उपाध्याय को हम हिन्दी-अंग्रेज़ी दोनों भाषाओं के समर्थ और सशक्त लेखक के तौर पर जानते हैं। आज कल वह एक नई विधा में हाथ आज़मा रही हैं। ग़ज़लें लिख रही हैं। उनकी कुछ ग़ज़लें प्रस्तुत हैं- ================== 1 दर्द है दिल में या ज़माने में धड़कता क्या मेरे फ़साने में एक …

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अनुकृति उपाध्याय की कहानी ‘गली और चिड़ियाँ’

अनुकृति उपाध्याय समकालीन कथा-संसार में अपनी अलग पहचान रखती हैं। बहुत कम समय में उन्होंने अछूते विषयों पर लिखी कहानियों से अलग पहचान बनाई है। यह उनकी नई कहानी है। ‘नया ज्ञानोदय’ में प्रकाशित यह कहानी आप लोगों के लिए- ========================== उसने तय किया कि वह घर की एक और …

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अनुकृति उपाध्याय की कहानी ‘हरसिंगार के फूल’

ओर्गैज्म को लेकर चल रही सार्थक बहस के दौरान मुझे लेखिका अनुकृति उपाध्याय की इस कहानी की याद आई। यह कहानी उनके कहानी संग्रह ‘जापानी सराय’ में सम्मिलित है। हिंदी में ओर्गैज्म को लेकर शायद इससे अच्छा कुछ लिखा नहीं गया। समय हो तो पढ़िएगा- ======================================== मौना नहाकर निकली. उसके …

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अनुकृति उपाध्याय की कविताएँ

अनुकृति उपाध्याय एक दुर्लभ द्विभाषी लेखिका हैं अंग्रेज़ी में लिखे अपने उपन्यास ‘kintsugi’ के लिए उनको इस साल सुशीला देवी सम्मान से नवाज़ा गया है। उनकी कहानियों, उनके उपन्यास ‘नीना आंटी’ ने लेखकों पाठकों के दिल में एक खास जगह बनाई है। वह कविताएँ भी लिखती हैं। आज उनकी कुछ …

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नीना आंटी: एक ऑफबीट स्त्री की कथा

अनुकृति उपाध्याय का उपन्यास ‘नीना आंटी’ एक ऐसा उपन्यास है जिसकी शेल्फ लाइफ़ रहेगी। उसके ऊपर यह टिप्पणी लिखी है युवा कवि देवेश पथ सारिया ने- =================   अनुकृति उपाध्याय के कहानी संग्रह ‘जापानी सराय’ पर मैंने टिप्पणी की थी कि अनुकृति के लेखन के अनेक ध्रुव हैं और यदि …

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ऐसी-कैसी औरत है जिसका होना इतना सुंदर है!

अनुकृति उपाध्याय का पहला उपन्यास ‘नीना आँटी’ जब से आया है उसकी चर्चा लगातार बनी रही है। राजपाल एंड़ संज से प्रकाशित इस उपन्यास पर युवा लेखिका प्रदीपिका सारस्वत की टिप्पणी पढ़िए- ================================= किसी सिनेमा, कहानी या कई बार किसी तस्वीर के पात्र को देखकर ऐसा लगता है न कि …

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तोताबाला ठाकोर के नाम एक खुला ख़त

हिंदीनेक्स्ट पर तोताबाला ठाकोर की कविताओं को पढ़कर उसके नाम एक खुला ख़त लिखा है ‘नीना आंटी’ की लेखिका अनुकृति उपाध्याय ने। आप भी पढ़ सकते हैं- तोतबाला ठाकोर के आत्मकथ्य वाली कविताएँ पढ़ीं । कविताओं का मुहावरा और शैली मौलिक है, कविता में कथा तत्त्व के कारण रोचकता भी …

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बने बनाए शिल्प को तोड़ता कथानक

अनुकृति उपाध्याय ने अपने पहले कहानी संग्रह ‘जापानी सराय’ से सभी का ध्यान अपनी तरफ आकर्षित किया था। उसके पास अपनी कहानियाँ हैं और कहने की अपनी भाषा भी। उसके पहले लघु उपन्यास ‘नीना आँटी’ में यह विशिष्टता और उभर कर आई है। राजपाल एण्ड संज से प्रकाशित इस उपन्यास …

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अनुकृति उपाध्याय की कहानी ‘कलाकार और क्वारंटीन’

अनुकृति उपाध्याय समकालीन हिंदी कहानी में अपने अलग मिज़ाज, कहन की विशिष्ट शैली के कारण जानी जाती हैं। उनके पहले कहानी संग्रह ‘जापानी सराय’ को पाठकों-आलोचकों का ध्यान खींचा था। अंग्रेज़ी में तीन उपन्यास लिख चुकी इस लेखिका का पहला हिंदी उपन्यास जल्दी ही आने वाला है। आप यह कहानी …

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अनुकृति उपाध्याय की कहानी ‘बिल्लियाँ’

अनुकृति उपाध्याय अंग्रेज़ी दोनों भाषाओं में लिखती हैं और ख़ूब लिखती हैं। हिंदी वाले उनको अपने कथा संग्रह ‘जापानी सराय’ के लिए याद करते हैं तो अंग्रेज़ी में आजकल वह अपने उपन्यास ‘किंसुगी’ के कारण चर्चा में हैं। फ़िलहाल आप उनकी नई कहानी पढ़िए ‘बिल्लियाँ’। समकलीं कथाकारों में कहानी लिखने …

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