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Tag Archives: chandan pandey

वैधानिक गल्प:बिग थिंग्स कम इन स्माल पैकेजेज

चंदन पाण्डेय का उपन्यास ‘वैधानिक गल्प’ जब से प्रकाशित हुआ है इसको समकालीन और वरिष्ठ पीढ़ी के लेखकों ने काफ़ी सराहा है, इसके ऊपर लिखा है। शिल्प और कथ्य दोनों की तारीफ़ हुई है। यह टिप्पणी लिखी है जानी-मानी लेखिका वंदना राग ने- जानकी पुल। ============================ ब्रेकफास्ट ऐट टिफ़नीज़  (Breakfast …

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पॉपुलर बनाम पॉपुलिस्ट: आख्यान की वापसी: चंदन पाण्डेय

कल राजकमल प्रकाशन का 73 वाँ स्थापना दिवस समारोह था। इस अवसर पर भविष्य के स्वर के अंतर्गत अलग अलग पृष्ठभूमियों, अलग अलग विधाओं के सात वक्ताओं को बोलने के लिए आमंत्रित किया गया था। किसी के वक्तव्य की किसी अन्य वक्ता के वक्तव्य से तुलना नहीं की जानी चाहिए …

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चंदन पाण्डेय के उपन्यास ‘वैधानिक गल्प’ का एक अंश

कल पुस्तक मेले में युवा लेखक चंदन पाण्डेय के पहले उपन्यास ‘वैधानिक गल्प’ के लोकार्पण का कार्यक्रम है। इस उपन्यास के बारे में अलग से मैं बाद में लिखूँगा, फ़िलहाल आप इसका एक अंश पढ़िए- मॉडरेटर =================== घर में प्रवेश करने के लिए ओसारे और दालान से गुजरना था. उसके …

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कुछ गौर से कातिल का हुनर देख रहे हैं

युवा लेखक चंदन पाण्डेय ऐसे लेखकों में हैं जो विभिन्न मसलों पर अपनी स्पष्ट राय समय-समय पर जाहिर करते रहे हैं. इस बार उन्होंने फांसी और उसको लेकर चल रही राजनीति पर लिखा है- जानकी पुल. ================================================================ दाग का एक पयाम है :  ” कुछ देख रहे हैं दिल-ए-बिस्मिल का …

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मैं पुरस्कारों को गम्भीरता से नहीं लेता

हाल में ही युवा कथाकार चंदन पांडे का कहानी संग्रह पेंगुइन से आया है ‘इश्कफरेब’. इस अवसर पर प्रस्तुत है उनसे एक बातचीत. यह बातचीत की है युवा कवि त्रिपुरारि कुमार शर्मा ने- जानकी पुल. === === ===  त्रिपुरारि : चंदन जी, पहले तो आपकी नई किताब ‘इश्क़फ़रेब’ के लिए …

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चंदन पांडे की कहानी ‘भूलना’

यह खबर पढ़ी कि स्मृतियों से देश-महादेश रचनेवाले लेखक मार्केस को भूलने की बीमारी हो गई है तो मन को बड़ा धक्का लगा. शब्दों से जादू रचने वाले उस महान कथाकार को शायद हम हमेशा एक जादूगर की तरह देखते रहना चाहते थे- एक से एक पात्रों, स्थानों की रचना …

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