आज हिन्दी दिवस है। सुबह से सोच रहा था कि क्या लगाऊँ। अंत में मुझे लगा कि आज किसी वरिष्ठ लेखक का लिखा पढ़ा-पढ़ाया जाये। ऋतुराज जी की चीन डायरी कल रात ही ‘बनास जन’ में पढ़ी थी। सोचा आप लोगों से भी साझा किया जाये- मॉडरेटर ============== 15 अप्रैल, …
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