देवदत्त पट्टनायक की पुस्तक सीता के पांच निर्णय का एक अंश. किताब राजपाल एंड सन्ज प्रकाशन से आई है. अंग्रेजी से इसका अनुवाद मैंने किया है- प्रभात रंजन =================================== समुद्र के ऊपर बहुत लम्बी यात्रा के बाद सीता ने खुद को लंका द्वीप में पाया, जहाँ उन्होंने खुद को रावण …
Read More »सीता जयंती पर सीता को याद करते हुए
आज सीता जयंती है. मेरे शहर सीतामढ़ी में सीता जयंती का आयोजन धूमधाम से किया जाता है. मैं यहाँ देवदत्त पट्टनायक की किताब ‘सीता के पांच निर्णय’ पढ़ रहा हूँ. आप भी उसका अंतिम अंश पढ़िए जिसमें सीता के जीवन की अंतिम कहानी दी गई है- प्रभात रंजन =================== उस …
Read More »कितनी सारी देवियां, कितनी सारी स्त्रियां, कितनी सारी कथाएं
भारत में देवी के मिथक को समझने के लिहाज से, देवी के अलग रूपों को समझने के लिहाज से देवदत्त पट्टनायक की पुस्तक ‘भारत में देवी अनंत नारीत्व के पांच स्वरूप’ बहुत उपयोगी है. मूल अंग्रेजी में लिखी गई इस किताब के हिंदी अनुवाद की बहुत अच्छी समीक्षा जाने-माने लेखक प्रियदर्शन …
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