आज किसान और किसानी जीवन पर कुछ चकित का देने वाली कविताएँ पढ़िए।इसके कवि गोलेन्द्र पटेल के बारे में इतना ही जानता हूँ कि काशी हिंदू विश्वविद्यालय के छात्र हैं- ================= 1. ऊख // (१) प्रजा को प्रजातंत्र की मशीन में पेरने से रस नहीं रक्त …
Read More »वसुधैव कुटुंबकम का नारा लगाना आसान है पालन करना मुश्किल!
प्रज्ञा मिश्रा ब्रिटेन में रहती हैं और समसामयिक मुद्दों पर जानकी पुल पर नियमित रूप से लिखती रहती हैं। इस बार उन्होंने अमेरिका की कैपिटल हिल की घटना से लेकर भारत के किसान आंदोलन तक को लेकर एक विचारपूर्ण लेख लिखा है- =========================== एक बात पहले ही साफ़ करना जरूरी …
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