सत्यानन्द निरुपम का यह लेख इंटरनेशनल बुकर प्राइज़ की घोषणा के बाद लिखा गया था। पहले अंग्रेज़ी में आउटलुक में प्रकाशित हुआ। बाद में ‘आलोचना’ में। लेकिन आपके लिए ऑनलाइन जानकी पुल लेकर आ रहा है। अनुवाद को लेकर, हिंदी के बनते वैश्विक परिदृश्य पर सम्यक् सोच के साथ लिखा …
Read More »प्रभात त्रिपाठी और गीतांजलि श्री को वैद सम्मान
चौथा और पाँचवाँ वैद सम्मान क्रमशः प्रभात त्रिपाठी और गीतांजलि श्री को दिये जाने की घोषणा हुई है। यह सम्मान हिन्दी के वरिष्ठ लेखक कृष्ण बलदेव वैद के नाम पर दिया जाता है। पिछले साल किन्हीं कारणों से यह सम्मान नहीं दिया जा सका था। इसलिए इस बार दो सालों …
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