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Tag Archives: jaun eliya

शहर  में  इक  शोर  है और कोई  सदा नहीं

  आज महान शायर जौन एलिया की जयंती है। इस मौक़े पर पढ़िए यह पेशकश, प्रस्तुति है शायर सुहैब अहमद फ़ारूक़ी की- ============================ कोई नहीं  यहाँ ख़मोश, कोई पुकारता नहीं शह्र  में  इक  शोर  है और कोई  सदा नहीं नाम ही  नाम  चार  सू,  इक  हुजूम  रूबरू कोई तो हो …

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‘जौन एलिया का जिन’ नाटक की समीक्षा

हाल में ही इरशाद खान सिकंदर का नाटक आया है ‘जौन एलिया का जिन’। राजपाल एंड संज से प्रकाशित इस नाटक की विस्तृत समीक्षा लिखी है राजशेखर त्रिपाठी ने। आप भी पढ़िए- ========================== मैं जो हूं जॉन एलिया हूं जनाब इसका बेहद लिहाज़ कीजिएगा …………………………………….. मुझसे मिलने को आप आए …

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जौन एलिया का लेख ‘मर्द बुर्का ओढ़ें’

शायर इरशाद ख़ान सिकन्दर ने हाल में ही ‘ज़ौन एलिया का जिन्न’ नामक नाटक लिखा है जिसका निर्देशन जाने माने रंग निर्देशक रंजीत कपूर ने किया है और जिसका प्रदर्शन होने वाला है। उसके लिए उन्होंने काफ़ी शोध किया। उसी दौरान उनको ज़ौन साहब का यह लेख मिला। उन्होंने इस …

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नई नस्ल जौन एलिया को पढ़ती है और उनकी तरह दीवाना हो जाना चाहती है

जौन एलिया उर्दू शायरी का एक बड़ा करिश्मा हैं. न तो उनके पीछे किसी विचारधारा, किसी सियासत की ताकत थी, न उनको किसी ग़ज़ल गाने वाले ने गाकर मकबूल बनाया. बल्कि मरने के बाद न जाने उनकी शायरी ने नई नस्ल ने क्या देखा कि उनके चाहने वालों की तादाद …

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थूका है मैनें ख़ून हमेशा मज़ाक़ में

हिंदी सिनेमा के दर्शक मुख्य रूप से दो तरह के लोग हैं। एक वो, जो पॉपुलर सिनेमा को पसंद करते हैं और दूसरे वो, जो सिनेमा में आर्ट की तलाश करते हैं। इन्हें शाहरुख़/सलमान के फ़ैन और इरफ़ान/नवाज़ुद्दीन के फ़ैन्स में बाँटा जा सकता है। ठीक इसी तर्ज़ पर उर्दू …

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जौन एलिया की शायरी और म्यूजिक वीडियो

कहते हैं कि मजाज़ के बाद अगर किसी शायर की कल्ट फोलोविंग हुई तो वह जौन एलिया थे. जौन के मरने के बाद उनकी बढती लोकप्रियता का कारण समझना आसान नहीं है. जबकि आश्चर्यजनक बात यह है कि जौन की शायरी को किसी बड़े ग़ज़ल गायक ने नहीं गाया, न …

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जौन ईलिया ‘गुमान’ और कुछ ग़ज़लें

मजरूह सुल्तानपुरी ने जौन ईलिया को शायरों का शायर कहा था. वे उर्दू में नासिर काज़मी के बाद दूसरे ऐसे शायर हैं जिनकी मकबूलियत मरने के बाद बढती गई है. सोशल मीडिया के जमाने में तो ऐसा लगता है कि बस वही एक शायर था जिसने आज के दौर के …

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