आज दिन भर हम महात्मा गांधी को याद करते रहे. अब शाम में पढ़िए युवा लेखक विमलेन्दु का यह लेख. ================================================= गांधीजी की सांस्कृतिक उपस्थिति इतनी ज़बरदस्त है हमारे बीच कि एक आम भारतीय भी, जिसने गांधी को व्यवस्थित ढंग से नही भी पढ़ा है, उन पर बोलने का हक …
Read More »क्या महात्मा गांधी की जन्मतिथि 13 सितम्बर है?
कटिहार में प्राध्यापक सदानंद पॉल का शोध देखिये क्या कहता है- मॉडरेटर ==================================== आज से 13 साल पहले मैंने स्व0 देवकीनन्दन सिंह की पुस्तक ‘ज्योतिष- रत्नाकर’ (पृष्ठ संख्या- 979 से 985 तक/ पुनर्मुद्रण वर्ष- 1999/ प्रकाशक- मोतीलाल बनारसीदास) पढ़ा, तो पाया महात्मा गाँधी की जन्मतिथि विक्रमी संवत् में ‘आश्विन बदी …
Read More »गाँधी जी ने जातिवाद का अंत करने के लिए कुछ भी नहीं किया?
गाँधी जी को चतुरत बनिया कहे जाने के बाद से बहस चल पड़ी है. अनुवादक-लेखक मनोहर नोतानी ने अपनी इस टिप्पणी ने एक सवाल तो अच्छा उठाया है कि गांधी जी जाति व्यवस्था की चूलें नहीं हिला पाए- मॉडरेटर =============================================== गांधी बनिये तो थे ही – आधिकारिक रूप से वे …
Read More »गांधी जी की पोती की किताब में गाँधी जी का चंपारण सत्याग्रह
आज महात्मा गांधी के चंपारण सत्याग्रह के सौ साल पूरे हो रहे हैं. देश भर में इसको याद किया जा रहा है, इसके बारे में लिखा जा रहा है. गांधी जी की पोती सुमित्रा गांधी कुलकर्णी ने अपनी किताब ‘महात्मा गांधी मेरे पितामह’ में भी इस घटना पर विस्तार से …
Read More »‘चंपारण प्रयोग’ और गाँधी का जादू कैसे चला
यह गांधी के चम्पारण सत्याग्रह की शताब्दी का साल है. इस मौके को ध्यान में रखते हुए प्रसिद्ध पत्रकार और मूलतः चंपारण के निवासी अरविंद मोहन ने एक किताब लिखी है ‘चंपारण प्रयोग’. पुस्तक उन्होंने महात्मा गांधी के कम्युनिकेटर रूप को ध्यान में रखते हुए काफी अलग तरह से लिखी …
Read More »क्या 2 अक्टूबर 1869 महात्मा गाँधी की सही जन्मतिथि नहीं है?
लोग भी किन किन बातों पर कितना शोध करते हैं. एक सदानंद पॉल जी हैं. पढ़िए इन्होने क्या शोध किया है? हाँ, लेख के बाद उनका परिचय भी धैर्यपूर्वक पढियेगा- मॉडरेटर ======================================== आज से 10 साल पहले मैंने स्व0 देवकीनन्दन सिंह की पुस्तक ‘ज्योतिष- रत्नाकर‘ (पृष्ठ संख्या- 979 से 985 …
Read More »फिल्म का बनना एटनबरो की मुहब्बत की विजय भी थी
आज महात्मा गांधी को याद करने का दिन है। रिचर्ड एटनबरो ने उनके ऊपर फिल्म बनाई थी। उस फिल्म पर बहुत बारीकी से लिखते हुए उनको याद कर रहे हैं युवा फिल्म समीक्षक सैयद एस. तौहीद– जानकी पुल। ============= इस महाकाव्यात्मक फिल्म में पेश आया छोटा सा दृश्य आपको ‘गांधी’ …
Read More »ई-चरखे पर सूत कातते गाँधी
हाल में ही मुंबई में ‘एटर्नल गाँधी’ शीर्षक से प्रदर्शनी लगी थी. आज बापू के जन्मदिन पर उसी प्रदर्शनी के बहाने गांधी को याद कर रहे हैं कवि-संपादक निरंजन श्रोत्रिय– जानकी पुल.================================================= पिछले दिनों मुंबई में एक “अद्भुत” प्रदर्शनी देखने का अवसर मिला! फ़ोर्ट एरिया के …
Read More »गाँधी तूफान के पिता और बाजों के भी बाज़ थे
महात्मा गाँधी के ऊपर शायद हिंदी में सबसे अधिक कविताएँ लिखी गई हैं. महात्मा गाँधी के जन्मदिन के मौके पर प्रस्तुत हैं रामधारी सिंह दिनकर द्वारा लिखी गई कुछ कविताएँ- जानकी पुल. गांधी (१) तू सहज शान्ति का दूत, मनुज के सहज प्रेम का अधिकारी, दृग में उंडेल कर सहज शील …
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