युवा शायर सीरीज में आज पेश है महेंद्र कुमार ‘सानी’ की ग़ज़लें। पढ़िए और लुत्फ़-अंदोज़ होइए – त्रिपुरारि =============================================================== ग़ज़ल-1 काम कुछ भी नहीं था करने को हम को भेजा गया है मरने को.. तुम जो सिमटे हुए से रहते हो यानी बेताब हो बिखरने को.. आइना देखते नहीं अपना और …
Read More »