प्रियंका नारायण मिथकों, पारम्परिक कथाओं पर बहुत खूब लिखती हैं। इससे पहले बनारस पर लिखे उनके गद्यांश हम पढ़ चुके हैं। यह गद्यांश अमरकंटक, नर्मदा नदी को लेकर है। अछूता विषय, निराला गद्य- ============== कहते हैं गंगा भी जब अपने पाप से मैली हो जाती है, तब वह दौड़ी हुई नर्मदा …
Read More »नर्मदा, नाव के पाल और चित्रकार
लगभग बीस वर्ष पहले इंदौर के निकट नर्मदा किनारे बसे ग्राम पथराड में एक कला शिविर हुआ था। यह इस मायने में नवाचार लिए था कि इसके सूत्रधार युवा शिल्पी-चित्रकार सीरज सक्सेना चाहते थे कि नर्मदा में चलने वाली नावों के पाल पर चित्र बनाए जाएं। वरिष्ठ चित्रकार अखिलेश ने …
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