शर्मिला बोहरा जालान जो भी लिखती हैं उसको एक ठोस वैचारिक जमीन देने की कोशिश करती हैं. यह समकालीन लेखिकाओं में विरल तत्त्व है जो उनके लेखन में प्रबल है. बहरहाल, फिल्म ‘पिंक’ देखने के बाद और उसके हो-हल्ले के थम जाने के बाद उन्होंने उससे उठने वाले कुछ सवालों …
Read More »क्यों ‘पिंक’ जैसी फिल्मों की जरूरत है संवेदनहीन पुरुष समाज के लिए?
अनिरुद्ध रॉय चौधरी निर्देशित और रितेश शाह लिखित फिल्म ‘पिंक’ की बड़ी चर्चा है. इस फिल्म के प्रभाव को लेकर, इसके द्वारा उठाये गए सवालों को लेकर लेखिका दिव्या विजय ने यह टिप्पणी लिखी है- मॉडरेटर ============ एक मौन चीख़ हृदय से हर बार निकलती है जब लड़कियों को परदे …
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