Home / Tag Archives: piyush daiya (page 2)

Tag Archives: piyush daiya

मृत्यु की प्रतीक्षा में जीवन

  अपने घर के आंगन में विनोद जमलोकी। आपके पीछे जो वनस्पतियां दिख रही हैं वहां भू-स्खलन से पहले एक बड़ा मकान था। उस रात इस मकान में रह रहे व्यक्तियों की महत्वपूर्ण भूमिका रही लेकिन वे जीवित नहीं बच सके। ——————————————————————————————– पीयूष दईया मेरे प्रिय कवियों और संपादकों में …

Read More »

क्यों राज्यसभा में ऐसी निष्क्रियता छाई है?

महान आधुनिक ग्रीक कवि कॉन्स्टेनटीन कवाफी की कविताओं के सम्मोहक आकर्षण ने यायावर कवि, ‘कलाबाज़’ पीयूष दईया को अपनी ओर खींचा. उन्होंने उनका हिंदी में अनुवाद किया. यात्रा बुक्स ने उसे संकलन का रूप देकर प्रकाशित किया. इस तरह एक सुन्दर पुस्तक आई- ‘माशूक’. प्रस्तुत हैं उसी संकलन से कुछ …

Read More »

बग़ैर शब्दों के बोलना है एक भाषा में

पीयूष दईया की कविताओं को किसी परंपरा में नहीं रखा जा सकता. लेकिन उनमें परंपरा का गहरा बोध है. उनकी कविताओं में गहरी दार्शनिकता होती है, जीवन-जगत की तत्वमीमांसा, लगाव का अ-लगाव. पिता की मृत्यु पर लिखी उनकी इस कविता-श्रृंखला को हम आपके साथ साझा करने से स्वयं को रोक …

Read More »