आज रवींद्रनाथ ठाकुर(टैगोर) की जयंती है। हिन्दी में रवींद्र संगीत की चर्चा कम होती है। रवींद्र संगीत पर यह आलेख लिखा है युवा लेखक प्रचण्ड प्रवीर ने। आप भी पढ़ सकते हैं- ===================== रवीन्द्रनाथ ठाकुर (७ मई १८६१- ७ अगस्त १९४१) की बहुमुखी प्रतिभा से हमें विरासत में कई कविताएँ, …
Read More »कहानी ‘जोशी जी’ की बयाँ प्रचंड का
विद्वान लेखक प्रचण्ड प्रवीर की एक सीरिज़ है ‘कल की बात’। इस सीरिज़ की तीन पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी हैं- षड्ज , ऋषभ और गान्धार। लेकिन उनकी यह सीरिज़ आज भी जारी है। आज इस सीरिज़ में प्रचंड जी ने मनोहर श्याम जोशी के उपन्यास ‘हमज़ाद’ पर उनकी ही शैली में …
Read More »वैजयंतीमाला आई थी रीगल के आखिरी शो में ‘संगम’ देखने
युवा लेखक प्रचण्ड प्रवीर को रीगल के आखिरी शो में वैजयंती माला सिर्फ मिली ही नहीं बल्कि उनकी उनसे मुलाकात भी हुई. वह फिल्म की ही तरह सफ़ेद साड़ी पहने आई थी. पढ़िए बहुत दिलचस्प है सारा वाकया- मॉडरेटर =================================================== कल की बात – १६८ कल की बात है। जैसे …
Read More »कलम आज कलाम की जय बोल!
कलाम साहब का जाना 21 वीं सदी के सबसे बड़े भारतीय नायक का जाना है, युवाओं के प्रेरणास्रोत का जाना है. 21 वीं सदी में भारत में जो तकनीक विस्फोट हुआ उसमें कलाम साहब को युगपुरुष के रूप में देखा गया. आईआईटी से स्नातक युवा लेखक प्रचण्ड प्रवीर ने कलाम …
Read More »कितनी मौलिक है मौलिक बताई जा रही फिल्म ‘इनसाइड आउट’
‘इनसाइड आउट‘ नामक एनीमेशन फिल्म रिलीज हुई है. डिज्नी की इस फिल्म के बार में यह प्रचारित किया जा रहा है कि यह फिल्म पाँच मूल भावनाओं पर आधारित हैं – 1. हर्ष (Joy) 2. क्रोध (Anger ) 3. जुगुप्सा (Digust) 4. भय (Fear) 6. शोक (Sadness) और यह पूरी तरह …
Read More »क्रोध भाव और रौद्र रस : विश्व की महान फ़िल्में
इधर हम फिल्मों के वाद-विवाद में लगे हुए थे आईआईटी पलट युवा लेखक प्रचंड प्रवीर रस सिद्धांत के आधार पर विश्व सिनेमा के विश्लेषण में लगे हुए थे. यह अपने ढंग की अकेली श्रृंखला है जिसमें रसों के आधार पर सिनेमा के साधारणीकरण को देखा गया है. आज रौद्र रस …
Read More »सिनेमा में करुण रस क्या होता है?
युवा लेखक प्रचण्ड प्रवीर इन दिनों रस सिद्धांत के आधार पर विश्व सिनेमा के अध्ययन में लगे हैं. उनका यह लेख इस बात को लेकर है कि करुण रस दुनिया भर की फिल्मों में किस तरह अभिव्यक्त हुआ है. अंतर्पाठीयता का एक बेजोड़ उदाहरण- मॉडरेटर. ====================================== इस लेखमाला में अब …
Read More »शोक, पीड़ा, और कर्त्तव्य: विश्व सिनेमा में करुण रस की फिल्में (भाग- १)
युवा लेखक प्रचण्ड प्रवीर की इस लेखमाला की मैं फिर याद दिलाना चाहता हूँ जिसमें वे विश्व सिनेमा पर लिख रहे हैं रस सिद्धांत के आधार पर. जी, इस बार करुण रस के आधार पर उन्होंने विश्व की कुछ चुनिन्दा फिल्मों का विश्लेषण किया है- प्रभात रंजन ============================================= इस लेखमाला …
Read More »सिनेमा में वीर रस क्या होता है?
युवा लेखकों की एक बात मुझे प्रभावित करती है- वे बड़े फोकस्ड हैं. अपने धुन में काम करते रहते हैं. अब प्रचण्ड प्रवीर को ही लीजिये रस-सिद्धांत के आधार पर विश्व सिनेमा के विश्लेषण में लगे तो लगता है उसे पूरा किये बिना नहीं मानेंगे. आज वीर रस की फिल्मों …
Read More »विश्व सिनेमा में वीर रस की फिल्में (भाग- १)
आइआइटी पलट युवा लेखक प्रचण्ड प्रवीर इन दिनों भरतमुनि के रस-सिद्धांत के आधार पर विश्व सिनेमा का अवलोकन प्रस्तुत कर रहे हैं. आज उन्होंने वीर रस के आधार पर विश्व सिनेमा की कुछ नायाब कृतियों का मूल्यांकन किया है. रोचक है. पढ़कर बताइए- मॉडरेटर. ================================================= इस लेखमाला में अब तक …
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