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Tag Archives: ramdhari singh dinkar

नेहरु जी जनतंत्र के सबसे बड़े प्रकाश स्तम्भ थे

आज भारत के प्रथम प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरु की पुण्यतिथि है. आज के ही दिन 1964 में उनका देहांत हुआ था. लेखकों-कलाकारों से जैसा राग नेहरु जी का था वैसा किसी और प्रधानमंत्री का नहीं हुआ. हिंदी के लेखकों को भी सबसे अधिक मान-सम्मान उनके ही काल में मिला. राष्ट्रकवि रामधारी …

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क्या जवाहरलाल नेहरु आस्तिक थे?

भारत के प्रथम प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरु के बारे में यह आम धारणा है कि वे वैज्ञानिक सोच वाले थे, पूर्ण रूप से नास्तिक थे. लेकिन उनके करीबी माने जाने वाले कवि रामधारी सिंह दिनकर ने उनके ऊपर एक किताब लिखी थी- ‘लोकदेव नेहरु‘. उस पुस्तक में नेहरु जी के धार्मिक …

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गाँधी तूफान के पिता और बाजों के भी बाज़ थे

महात्मा गाँधी के ऊपर शायद हिंदी में सबसे अधिक कविताएँ लिखी गई हैं. महात्मा गाँधी के जन्मदिन के मौके पर प्रस्तुत हैं रामधारी सिंह दिनकर द्वारा लिखी गई कुछ कविताएँ- जानकी पुल. गांधी (१) तू सहज शान्ति का दूत, मनुज के सहज प्रेम का अधिकारी, दृग में उंडेल कर सहज शील …

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धर्म को पकड़े रहो, धर्मों को छोड़ दो

आज यानी २३ सितम्बर को राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर की जयंती है. लेकिन मन २४ सितम्बर के संभावित अदालती फैसले को लेकर आशंकाओं से घिरा है. ऐसे में धर्मों के भेद-मतभेद, एकता-अनेकता को लेकर दिनकर के विचारों को टटोलने का मन हुआ. उनका एक लेख है ‘कबीर साहब से भेंट’ …

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दिनकर की कविताएँ अज्ञेय की पसंद

२०११ में अज्ञेय की जन्म-शताब्दी है. इसी को ध्यान में रखते हुए सस्ता साहित्य मंडल प्रकाशन ने अज्ञेय संपादित एक पुस्तक ‘पुष्करिणी’ को फिर से प्रकाशित किया है. १९५३ में प्रकाशित इस पुस्तक का ऐतिहासिक महत्व है. अज्ञेय का यह मानना था कि स्कूल-कॉलेजों के पाठ्यक्रमों को ध्यान में रखकर …

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