ममता कालिया की किताब ‘रवि कथा’ पर यह विस्तृत टिप्पणी लिखी है चिकित्सक लेखिका निधि अग्रवाल ने। आप भी पढ़ सकते हैं- ================ ‘पापा का आज जन्मदिन है और दिल करता है उन्हें एक सुंदर प्रेमिका उपहार दूँ’ मात्र 18 बरस की उम्र में यह पंक्तियाँ लिखने वाला यह लड़का …
Read More »उसने मुझे मजनू की तरह चाहा और लैला बना दिया
वरिष्ठ लेखिका ममता कालिया की किताब ‘रवि कथा’ आई है। वाणी प्रकाशन से प्रकाशित इस किताब की अपने अन्दाज़ में काव्यात्मक समीक्षा की है यतीश कुमार ने- अन्दाज़-ए-बयॉं उर्फ रवि कथा – ममता कालिया यह सुखद संयोग है कि “ग़ालिब छुटी शराब” कुछ महीने पहले ही पढ़ी मैंने। सारे …
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