वैचारिक मासिक रविवार के अगले अंक में मातृत्व को ले कर एक रोचक बहस आ रही है। सविता पाठक का कहना है कि मातृत्व कोई इतनी बड़ी चीज नहीं कि उसके लिए करियर की बलि दे जाए। मातृत्व बांधता है, जबकि करियर मुक्त करता है। लोग एक तरफ मातृत्व का …
Read More »वैचारिक मासिक रविवार के अगले अंक में मातृत्व को ले कर एक रोचक बहस आ रही है। सविता पाठक का कहना है कि मातृत्व कोई इतनी बड़ी चीज नहीं कि उसके लिए करियर की बलि दे जाए। मातृत्व बांधता है, जबकि करियर मुक्त करता है। लोग एक तरफ मातृत्व का …
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