नीलोत्पल मृणाल का उपन्यास ‘डार्क हौर्स’ अपने नए कलेवर में हिन्द युग्म-वेस्टलैंड से छपकर आया है. नए सिरे से उसको लेकर पाठकों-अध्येताओं में उत्साह है. एक टिप्पणी इस उपन्यास पर रोहिणी कुमारी की- मॉडरेटर ================================================== नीलोत्पल मृणाल को किसी ख़ास परिचय की ज़रूरत नहीं और न ही उनकी किताब “डार्क …
Read More »मंदसौर में किसान मर रहे हैं, क्रांतिकारी लोग पांडे जी के पीछे पड़े हुए हैं
हिंदी के आलोचक और जेएनयू के पूर्व प्रोफ़ेसर मैनेजर पाण्डे की पारिवारिक पूजा की तस्वीरें आने के बाद से तरह तरह की बातें लिखी जा रही हैं. एक नजरिया यह भी है. लिखा है रोहिणी कुमारी ने. जेएनयू में कोरियन विभाग में पीएचडी कर रही हैं- मॉडरेटर ======== मन्दसौर में …
Read More »सवाल सीता की मुक्ति का नहीं सीता से मुक्ति का है?
23 अप्रैल को दिल्ली के मुक्तांगन में ‘एक थी सीता’ विषय पर बहुत अच्छी चर्चा हुई. उसकी एक ईमानदार रपट लिखी है जेएनयू में कोरियन विभाग की शोध छात्रा रोहिणी कुमारी ने- मॉडरेटर ==================================== मुक्ताँगन : नाम में ही अपनापन है और जो लोग इसका आयोजन करते हैं वे इस …
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