कर्ज के जाल में फंसकर किसानों के मजदूर बनते जाने की पीड़ा को प्रेमचंद ने अपने उपन्यास ‘गोदान’ में उकेरा था. आज कर्ज के जाल में फंसकर किसान आत्महत्या कर रहे हैं तब संजीव का उपन्यास आ रहा है ‘फांस’. आज उसी बहुप्रतीक्षित उपन्यास का एक अंश, जिसको पढ़ते हुए …
Read More »संजीव की कहानी ‘मानपत्र’
संजीव की इस कहानी के बारे में कहा जाता है कि यह रविशंकर के ऊपर लिखी गई है. महान सितार वादक रविशंकर को लेकर नहीं बल्कि उस महानता के पीछे छिपे व्यक्तित्व को लेकर. प्रस्तुत है ‘मानपत्र’– जानकी पुल. === === === संगीत के शिखर पर दीप की तरह दीपित …
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