आज पढ़िए लेखिका शर्मिला जालान की डायरी- ================================== पहली बार डायरी लिखना शुरू नहीं किया। पहले लिखा है। पर इसके पहले जो लिखा वे मन के दस्तावेज थे। दैनन्दिनी का जोड़ घटाव। और आज जो लिख रही हूँ वह पुरखों की संगति से बड़ा होता अनुभव संसार है। अध्यापिका हूँ। …
Read More »शर्मिला जालान की कहानी ‘चारुलता’
आज समकालीन कहानी की एक विशिष्ट स्वर शर्मिला जालान की कहानी ‘चारुलता’. शर्मिला जी कम लिखती हैं लेकिन भीड़ से अलग लिखती हैं, रहती हैं. हाल में ही उनका कहानी संग्रह वाग्देवी प्रकाशन से आया है ‘राग-विराग और अन्य कहानियां’. यह एक प्रेम कहानी है. चारुलता की, जिसे बचपन से …
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