पतरस बुख़ारी का नाम उर्दू के प्रमुख व्यंग्यकारों में लिया जाता है। बीसवीं शताब्दी के मध्य में उन्होंने वाचिक परम्परा की व्यंग्य परम्परा को एक बड़ी पहचान दी। हाल में ही उनकी किताब हिंदी में आई है- सिनेमा का इश्क़, जो उनके व्यंग्य लेखों का संग्रह है। मैंड्रेक प्रकाशन से …
Read More »दिल्ली से आयी चिट्ठी का जवाब लाहौर से
कल शायर, कलाकार शुएब शाहिद ने ‘लाहौर की दोशीज़ा के नाम’ एक ख़त लिखा था। आज उसका जवाब आया है। जवाब दिया है लाहौर से राबिया अलरबा ने, जो नौजवान पाकिस्तानी कहानीकार, आलोचक और कॉलम लेखक हैं। साहित्य, समाज और सियासत पर अपने विशेष आलोचनात्मक विचारों के लिए भी जानी …
Read More »प्यारी दुश्मन: लाहौर की उस दोशीज़ा के नाम एक ख़त
आज पाकिस्तान की आज़ादी का दिन है। एक ख़त पढ़िए शुऐब शाहिद का। वे संजीदा शायर हैं, चित्रकार हैं। लाहौर की दोशीज़ा के नाम इस ख़त में बँटवारे का दर्द छिपा हुआ है- —————————————————————- प्यारी दुश्मन, बरसों हुए तुम्हें बिछड़े हुए। इतने बरसों में कभी तुम्हें ख़त ना लिख सका। …
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