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Tag Archives: अनामिका अनु

एडुवर्ड हेरेन्ट की की कविताएँ

एडुवर्ड हेरेन्ट की की कविताओं का अनुवाद किया है युवा कवयित्री अनामिका अनु ने– =====   आर्मेनिया   १. *** वाॅन गाॅ ने अपने कानों से मुक्ति पा ली क्योंकि उसे इसकी जरूरत नहीं थी वह असाधारण लोगों को पहले ही सुन चुका था   अल-मैरी वास्तव में इतना ज्यादा …

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विशाल फैली पहाड़ियों ने नीला कंबल ओढ़ लिया है

युवा कवयित्री अनामिका अनु ने केरल में 12 साल में एक बार खिलने वाले फूल नीलकुरिंजी की कथा लिखी है- मॉडरेटर ========================                         नीलाकुरिंजी कल मुन्नार के चाय बगान में दौड़ती किसी लड़की को एक आदमी “नीला नीला” कहकर पुकार रहा था।उस नन्ही-सी लड़की के खिले चेहरे को देखकर मेरे …

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अनामिका अनु की नई कविताएँ

बहुत कम समय में अनामिका अनु की कविताओं ने हिंदी के विशाल कविता संसार में अपनी उल्लेखनीय जगह बनाई है। उनकी कविताओं का रेंज बड़ा है और कहने का कौशल भी जुदा है। अरसे बाद उनकी कुछ कविताएँ पढ़िए- मॉडरेटर ======================== 1.अफवाह     अफवाह है कि एक बकरी है …

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अनामिका अनु की कुछ नई कविताएँ

अनामिका अनु ने बहुत कम समय में अपनी कविताओं से अच्छी पहचान बनाई है। आज उनकी कुछ नई कविताएँ- मॉडरेटर ==================== 1.लड़कियाँ जो दुर्ग होती हैं   जाति को कूट पीस कर खाती लड़कियों के गले से वर्णहीन शब्द नहीं निकलते, लेकिन निकले शब्दों में वर्ण नहीं होता है   …

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  कमला दास की कहानी ‘हिरासत’

आज मलयालम की प्रसिद्ध लेखिका कमला दास की पुण्यतिथि है। 31 तारीख़ का उनके जीवन में अजब संयोग था। 31 मार्च 1934 को उनका जन्म हुआ और 31 मई 2009 को अपने पीछे विपुल साहित्य और असंख्य विवादों को छोड़कर दुनिया से कूच कर गई। उनकी इस मार्मिक कहानी का …

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अनामिका अनु की कविताएँ

आज अनामिका अनु की कविताएँ। मूलतः मुज़फ़्फ़रपुर की अनामिका केरल में रहती हैं। अनुवाद करती हैं और कविताएँ लिखती हैं। उनकी कुछ चुनिंदा कविताएँ पढ़िए- मॉडरेटर =============================   १.मां अकेली रह गयी   खाली समय में बटन से खेलती है वे बटन जो वह पुराने कपड़ों से निकाल लेती थी …

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