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Tag Archives: rajkamal prakashan

राजकमल प्रकाशन समूह की टॉप-सेलर लिस्ट और साहित्य

फरवरी, 2024 में हिंदी के सबसे बड़े प्रकाशक राजकमल प्रकाशन समूह ने पिछले 10 साल में प्रकाशित टॉप सेलर किताबों की सूची जारी की। सूची में 21 किताबें हैं। इन किताबों पर नजर डाल कर हम हिंदी प्रकाशन व्यवसाय और पाठकीयता की प्रकृति  को समझने की कोशिश कर  सकते हैं। …

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भालचन्द्र नेमाड़े के उपन्यास ‘झूल’ का एक अंश

ज्ञानपीठ पुरस्कार से सम्मानित मराठी लेखक भालचन्द्र नेमाड़े के चांगदेव चतुष्ट्य (बिढार, हूल, जरीला, झूल) में से एक उपन्यास ‘झूल’ का एक अंश पढ़िए। उपन्यास राजकमल प्रकाशन से प्रकाशित है- =================== पुराणिक कॉलेज का सबसे बड़ा संकट यानी माठूराम-मुरलीमोहन-ठोसर द्वारा ली जानेवाली स्टाफ़ मीटिंगें अब नियमित शुरू हो गई थीं। …

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‘हिन्दी को नहीं, फ़र्क़ हमें पड़ता है’

कल दिनांक 12 सितम्बर को इंडिया हैबिटेट सेंटर में ‘सभा’ का आयोजन हुआ जिसमें ‘हिंदी को फ़र्क़ पड़ता है’ विषय पर चर्चा का आयोजन किया गया। ‘सभा’ राजकमल प्रकाशन समूह और इंडिया हैबिटेट सेंटर की साझा पहल के तहत विचार-बैठकी की मासिक शृंखला है। इसके तहत हर महीने साहित्य, संस्कृति, …

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एक देशभक्त की कथा: हरिशंकर परसाई

आज महान व्यंग्यकार हरिशंकर परसाई की जयंती है। आज से उनकी जन्मशताब्दी की भी शुरुआत हो रही है। इस अवसर पर पढ़िए उनका एक व्यंग्य जो ‘विकलांग श्रद्धा का दौर’ से लिया है। यह किताब राजकमल प्रकाशन से प्रकाशित है- ======================= चीनी डॉक्टर भागा [एक देशभक्त की कथा] शहर के …

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सारंग उपाध्याय के उपन्यास ‘सलाम बॉम्बे व्हाया वर्सोवा डोंगरी’ का एक अंश

मुंबई को लेकर सारंग उपाध्याय ने कुछ बेजोड़ कहानियाँ लिखी हैं। अभी हाल में ही मुंबई की पृष्ठभूमि पर उनका उपन्यास आया है ‘सलाम बॉम्बे व्हाया वर्सोवा डोंगरी’। राजकमल प्रकाशन से प्रकाशित इस उपन्यास का अंश पढ़िए- =========================== जब दुनिया रहने लायक होगी…! इस दुनिया में एक जैसा कुछ नहीं …

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अमिताभ कुमार के उपन्यास ‘घर बेगाना हुआ किया’ का अंश

भारतीय अंग्रेज़ी के प्रमुख लेखकों में एक प्रमुख नाम अमिताभ कुमार का है। उनका पहला उपन्यास आया था ‘Home Product’, जिसका हिंदी अनुवाद हाल में राजकमल प्रकाशन से आया है- ‘घर बेगाना हुआ किया’। बिहार के राजनीतिक बदलावों, विस्थपान जैसे अनेक सूत्रों से जोड़कर इस उपन्यास की कथा बुनी गई …

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विनय कुमार के नए कविता संग्रह ‘पानी जैसा देस’ की कुछ कविताएँ

जाने-माने मनोचिकित्सक और कवि विनय कुमार का नया कविता संग्रह आया है ‘पानी जैसा देस’। राजकमल प्रकाशन से प्रकाशित इस कविता संग्रह की कुछ कविताएँ पढ़िए- =================================== अभिषेक पुष्करिणी     कच्ची अमिया और नगर के मिष्ठान्न गंडक से घड़ा भर जल भी छोटी सी डोंगी से जाह्नवी पार कर …

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‘पितृ-वध’ से निकलता स्त्री-स्वर

आशुतोष भारद्वाज की पुस्तक ‘पितृवध’ हाल के दिनों में प्रकाशित मेरी प्रिय पुस्तकों में एक रही है। इसी पुस्तक पर दक्षिण बिहार केंद्रीय विश्वविद्यालय से स्नातकोत्तर की छात्रा अनुरंजनी ने एक उल्लेखनीय टिप्पणी की है। आप लोगों से साझा कर रहा हूँ- ============================================ ‘पितृ-वध’ आशुतोष भारद्वाज की ऐसी पुस्तक है …

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राही मासूम रज़ा के उपन्यास ‘टोपी शुक्ला’ का एक अंश

आज राही मासूम रज़ा की पुण्यतिथि है। उनके प्रसिद्ध उपन्यास ‘टोपी शुक्ला’ का एक अंश पढ़िए और उनको याद कीजिए। अंश राजकमल प्रकाशन से प्रकाशित उपन्यास से साभार प्रस्तुत है- ======================= टोपी और अलीगढ़ मुसलिम यूनिवर्सिटी! हो सकता है कि आपमें से बहुत-से लोगों को यह बात आश्चर्य में डाल …

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राजकमल, पुरानी दिल्ली और दिल्ली पुलिस

कल 28 फ़रवरी से राजकमल प्रकाशन अपने 75 वें साल में प्रवेश कर जाएगा। अपने 74 वें स्थापना दिवस को इस बार राजकमल कुछ अनूठे अन्दाज़ में मना रहा है। सीधे पाठकों के बीच पहुँचने के अभियान के साथ। आप भी जानना चाहते हैं तो इसको पढ़ सकते हैं- ========================== …

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