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Tag Archives: rajpal and sons

अनुकृति उपाध्याय के उपन्यास ‘नीना आंटी’ का एक अंश

अनुकृति उपाध्याय का उपन्यास आया है ‘नीना आंटी’। यह एक ऐसी किरदार है जिसको लेकर आजकल ख़ूब लिखा जा रहा है। अपनी शर्तों पर जीने वाली, समाज के क़ायदों को न मानने वाली। राजपाल एण्ड संज से प्रकाशित उपन्यास में कैसी हैं नीना आंटी, इस छोटे से अंश में जानते …

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अभिषेक ओझा के उपन्यास ‘लेबंटी चाह’ का एक अंश

अभिषेक ओझा का उपन्यास आया है ‘लेबंटी चाह’। यह उपन्यास एक ग्लोबल हो चुके बिहारी की स्मृतियों का कोलाज है। एक तरफ़ तेज भागती दुनिया है दूसरी तरफ ठहरा हुआ जीवन। राजपाल एण्ड संज प्रकाशन से प्रकाशित इस उपन्यास का एक अंश पढ़िए- ============================ वक़्त के साथ चीज़ें बदलती हैं। …

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    इतिहास और कल्पना कोरस ‘राजनटनी’

गीताश्री के उपन्यास राजनटनी की विस्तृत समीक्षा लिखी है प्रखर युवा शोधार्थी सुरेश कुमार ने। यह उपन्यास हाल में ही राजपाल एंड संज प्रकाशन से आया है- =========== स्त्रीविमर्श की सिद्धांतकार गीताश्री ने शोध और अनुसंधान से चमत्कारित कर देने वाला ‘राजनटनी’ नामक इतिहासपरक उपन्यास लिखा है। यह उपन्यास अभी …

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बड़े विजन की कहानियाँ

वास्को डी गामा की साइकिल– युवा लेखक प्रवीण कुमार का नया कहानी संग्रह प्रकाशित हुआ है। राजपाल एंड संज से प्रकाशित इस कहानी संग्रह की विस्तृत समीक्षा की है राहुल द्विवेदी ने। आप भी पढ़ सकते हैं। आज से यह कहानी संग्रह बिक्री के लिए उपलब्ध रहेगा- ================== श्लाघ्य: स …

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ऑडियो बुक, ऑडिबल और राजपाल एंड संज

किताबों की दुनिया का अगला बड़ा घमासान ऑडियो बुक का क्षेत्र है। ऑडियो बुक के क्षेत्र के बारे में यह माना जा रहा है कि आने वाले समय में इससे वे पाठक भी हिंदी से जुड़ सकते हैं जो किताबें नहीं पढ़ते हैं। हाल में ही अमेजन की सहयोगी कम्पनी …

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‘जापानी सराय’ पर मनीषा कुलश्रेष्ठ की टिप्पणी

जब आपकी पहली किताब पर जाने माने लेखक-लेखिकाएँ लिखने लगें तो समझ लीजिए कि आपको बहुत गम्भीरता से लिया जा रहा है, आपको बहुत उम्मीदों से देखा जा रहा है। अनुकृति उपाध्याय के पहले कहानी संग्रह ‘जापानी सराय’ की यह समीक्षा प्रसिद्ध लेखिका मनीषा कुलश्रेष्ठ ने लिखी है- मॉडरेटर ============================= …

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जीवन जिसमें राग भी है और विराग भी, हर्ष और विषाद भी, आरोह और अवरोह भी

अनुकृति उपाध्याय के कहानी संग्रह ‘जापानी सराय’ को जिसने भी पढ़ा उसी ने उसको अलग पाया, उनकी कहानियों में एक ताज़गी पाई। कवयित्री स्मिता सिन्हा की यह समीक्षा पढ़िए- मॉडरेटर ================ कुछ कहानियां अपने कहे से कहीं कुछ ज़्यादा कह जाती हैं । कुछ कहानियां जो निचोड़ ले जाती हैं …

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हे मल्लिके! तुमने मेरे भीतर की स्त्री के विभिन्न रंगो को और गहन कर दिया

अभी हाल में ही प्रकाशित उपन्यास ‘चिड़िया उड़’ की लेखिका पूनम दुबे के यात्रा संस्मरण हम लोग पढ़ते रहे हैं। आज उन्होंने वरिष्ठ लेखिका मनीषा कुलश्रेष्ठ के चर्चित उपन्यास ‘मल्लिका’ पर लिखा है। आपके लिए- मॉडरेटर =============================== मनीषा कुलश्रेष्ठ जी की किताब मल्लिका पर लिखते हुए मुझे क्लॉड मोनेट की …

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‘अमृतसर 1919’ उपन्यास का एक अंश

हाल में ही जलियाँवाला बाग़ के निर्मम नरसंहार को केंद्र में रखकर लिखा एक उपन्यास आया है ‘अमृतसर 1919′, जिसके लेखक हैं रजनीश धवन। धवन अमृतसर के मूल निवासी हैं और कनाडा में यूनिवर्सिटी ऑफ़ फ़्रेज़र वैली में अंग्रेज़ी पढ़ाते हैं। उनके की नाटक कनाडा में प्रदर्शित हुए हैं। उपन्यास …

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विकास के साथ परिवर्तन की नई सोच की कहानियाँ ‘राग मारवा’

इस साल के आरम्भ से ही ममता सिंह के कथा संग्रह ‘राग मारवा’ की चर्चा है। उनकी कहानियों का कथानक, उनकी सघन बुनावट बहुत स्वाभाविक है। आज इस कहानी संग्रह पर अनिता दुबे की विस्तृत टिप्पणी पढ़िए- मॉडरेटर ======================== राग मारवा ” रेडियो सखी ममता सिंह का पहला कहानी संग्रह …

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