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Tag Archives: vimlendu

सिनेमा और होली का चोली-दामन का साथ रहा है!

होली पर जानकी पुल की तरफ से हैप्पी होली युवा लेखक विमलेन्दु के इस सुन्दर लेख के साथ- मॉडरेटर ============================================================ होली और ईद, भारत के दो ऐसे धार्मिक पर्व हैं, जिनमें धार्मिक आग्रह बहुत कम, और उल्लास एवं कुंठाओं के निरसन का भाव ज्यादा होता है। होली के साथ प्रहलाद-होलिका …

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ललित लवंगलतापरिशीलन कोमल मलय शरीरे!

आज वसंतपंचमी है. इस मौके पर युवा लेखक विमलेन्दु का यह लेख- मॉडरेटर ======================================== गीता के सातवे अध्याय के ग्यारहवें श्लोक में श्रीकृष्ण उद्घोषणा कर रहे हैं कि मैं धर्म के अविरुद्ध काम हूँ. मेरे भीतर कृष्ण का यह उद्घोष उसी दिन से धीरे-धीरे बजने लगा है, जिस दिन से …

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ग़ालिब पितरों की तरह याद आते हैं !

आज ग़ालिब जयंती है. इस मौके पर युवा लेखक विमलेन्दु का एक लेख पढ़िए. चित्र में गूगल का डूडल है, जो गूगल ने आज बनाया है- मॉडरेटर ===================================== ग़ालिब पितरों की तरह याद आते हैं. मुमकिन होता तो बताया जाता कि दिल्ली के निजामुद्दीन इलाके में सुल्तान जी, चौंसठ खम्भा …

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बाल दिवस और बच्चों की चिंता

बाल दिवस पर युवा लेखक विमलेन्दु का यह लेख- मॉडरेटर =========================== मनुष्य का सबसे सुन्दर रूप तब तक होता है जब वह बच्चा होता है. बच्चों की उपमा जब फूलों से दी जाती है, तो यह प्रकृति की सबसे खूबसूरत कृतियों का तादात्म्य दिखाने भर की कोशिश नहीं होती, बल्कि …

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लोक की पद्मिनी से फिल्म की पद्मिनी तक

‘पद्मावती’ फिल्म पर चल रही कंट्रोवर्सी के बीच युवा लेखक विमलेन्दु का यह लेख पढने लायक है-मॉडरेटर ========= बाज़ारवाद के स्वर्णकाल में, जब सारे कला-माध्यम अपना असर लगभग खो चुके हैं, सिनेमा ने कुछ हद तक अपना असर बचाए रखा है. सिनेमा प्रत्यक्षत: किसी परिवर्तन का निमित्त भले ही न …

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 दीपावली दीये की नहीं, धन की रौशनी का त्यौहार है

युवा लेखक विमलेन्दु के इस लेख के साथ सभी को दीवाली की शुभकामनाएं- मॉडरेटर ========================================== हम जैसे मध्यमवर्गीय और जनपदीय नागरिक बोध वाले लोगों के लिए दीपावली केवल एक त्यौहार नहीं, बल्कि कौशल विकास का एक अवसर होता है. तरह-तरह के दिये बनाना, रंगोली से घर-आँगन सजाना, मिट्टी से लक्ष्मी-गणेश …

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जगजीत की आवाज़ एक ज़गह थी जहाँ छुपा जा सकता था

आज जेपी और अमिताभ बच्चन का जन्मदिन है लेकिन जगजीत सिंह पर विमलेन्दु के लिखे इस लेख को पढवाने का लोभ अधिक है. जगजीत सिंह की पुण्यतिथि कल थी – मॉडरेटर ======================================================== मंगलेश डबराल की कविता ‘ छुपम-छुपाई ‘ की एक पंक्ति है—“ आवाज़ भी एक ज़गह है, जहां छुपा …

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गांधी कभी न खत्म होने वाले द्वंद्व का नाम है

आज दिन भर हम महात्मा गांधी को याद करते रहे. अब शाम में पढ़िए युवा लेखक विमलेन्दु का यह लेख. ================================================= गांधीजी की सांस्कृतिक उपस्थिति इतनी ज़बरदस्त है हमारे बीच कि एक आम भारतीय भी, जिसने गांधी को व्यवस्थित ढंग से नही भी पढ़ा है, उन पर बोलने का हक …

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लता न सिर्फ हमारा अभिमान हैं बल्कि हमारी जीवनीशक्ति भी हैं

आज लता मंगेशकर का जन्मदिन है. एक अच्छा लेख युवा लेखक विमलेन्दु ने लिखा है- मॉडरेटर ================================================== अपने करोड़ों प्रशंसकों के दिलों पर राज करते हुए, संकोची, भाग्यवादी, ईश्वरपरायण, पित़ृहीन, दृढ़ संकल्पी लता मंगेशकर 28 सितंबर को अठासी बरस की हो जाएंगी. लता का जीवन यह बताता है कि भारत …

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आचार्य मृत्यु है। आचार्य वरुण है।

आज शिक्षक दिवस है. इस अवसर पर युवा लेखक विमलेन्दु का लेख- मॉडरेटर ======================================== आचार्य मृत्यु है ।                                        आचार्य वरुण है । आचार्य सोम अथवा चन्द्रमा है । आचार्य औषधि है …

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