Home / कविताएं (page 27)

कविताएं

लवली गोस्वामी की एक प्रेम कविता

लवली गोस्वामी कवियों की भीड़ में कुछ अलग हैं. जीवन दर्शन को शब्दों में बुनने वाली इस कवयित्री की एक प्रेम कविता, अपनी ऐंद्रिकता में भी जिसका रंग बहुत जुदा है. मॉडरेटर ===========================   बतकही सुनो, मुझे चूमते हुए तुम हाँ तुम ही   मान सको तो मानना प्रेम वह …

Read More »

पूजा पुनेठा की कुछ कविताएँ

पहले वसंत था और आज से उसमें फागुन का भी रंग घुल गया है. आज कुछ अलग सी कविताएँ पढ़ते हैं पूजा पुनेठा की. पूजा रेडियो जॉकी हैं, अनुवाद, कंटेंट राइटिंग करती हैं और सहज शैली में कविताएँ लिखती हैं. फागुन की पहली सुबह की कविताएँ- मॉडरेटर ========== 1.. दरगाह …

Read More »

किशोर कवि अमृत रंजन की नई कविताएँ

अमृत रंजन जब पुणे में पांचवीं कक्षा में पढता था तब से जानकी पुल पर उसकी कविताएँ, उसके लेख, उसकी डायरी के अंश छपते रहे हैं अब वह आयरलैंड में है तब भी हिंदी में लिखने का उसका जूनून बाक़ी है. उसकी कविताओं में पहले जो एक बालसुलभ जिज्ञासा थी …

Read More »

मोहिंदर प्रताप सिंह की कविताएँ

आज मोहिंदर प्रताप सिंह की कविताएँ पढ़िए. मोहिंदर प्रताप जी फिल्मों के लिए लेखन करते हैं और इनका एक परिचय यह भी है कि ‘एम. एस. धोनी: द अनटोल्ड स्टोरी’ फिल्म का इन्होने सह-लेखन भी किया था. फिलहाल उनकी कविताओं को पढ़िए जो कहानियों को लेकर दिलचस्प कविताएँ हैं- मॉडरेटर …

Read More »

बाबुषा की कुछ नई कविताएँ

जानकी पुल आज से अपने नए रूप में औपचारिक रूप से काम करने लगा है. पिछले कई महीने से मेरे युवा साथी निशांत सिंह इसे नया रूप देने के काम में लगे थे. बहुत मेहनत का काम इसलिए था क्योंकि ब्लॉगस्पॉट से इस नए मंच पर पिछली सारी सामग्री डालने …

Read More »

स्वर्णलता विश्वफूल की कविताएँ

कटिहार के एक कस्बे में स्कूल में पढ़ाने वाली इस कवयित्री की कविताएँ देखिये कैसी लगती हैं- मॉडरेटर =========================================== 1. “बरबादी बनाम पलभर” __________________ नीड़ बनायी हूँ / अपनी चोंच से, टहनियों के छोटे-छोटे टुकड़े कर, तृण-पात / चुन-चुनकर । लगी है, बड़ी मेहनत और काफी वक्त, इस नीड़ के …

Read More »

राकेश श्रीमाल की कविताएँ

बहुत दिनों से जानकी पुल पर कविताएँ नहीं लगाईं थी. आज एक दुर्लभ कवि राकेश श्रीमाल की कुछ कविताएँ. वे हिंदी कविता की किसी होड़ में नहीं हैं, सफलता के किसी मुहावरे को उन्होंने नहीं अपनाया. बरसों से कविताएँ लिख रहे हैं और अपने मुहावरे में लिख रहे हैं- मॉडरेटर  …

Read More »

सीरज सक्सेना की कविताएं

सीरज सक्सेना जाने माने युवा चित्रकार हैं, सिरैमिक के कलाकार हैं। हमें हाल में ही पता चला वे कविताएं भी लिखते हैं। उनकी कुछ कविताएं आज खास आपके लिए- मॉडरेटर  ========================================= शून्य का श्रंगार -1 –  चुप है  रेल की पटरियाँ  एक दूसरे के बेहद पास  देह की गंध  बांधे …

Read More »

हमारा प्रेम सिलवटों में कहीं निढाल पड़ा है

इला जोशी की कविताएँ पढ़ते हुए यूँ महसूस होता है, जैसे किसी परिंदे को इस शर्त पर रिहाई मिले कि उसके पंख काट दिए जाएँगे। इन कविताओं में एक अजीब क़िस्म की बेचैनी दफ़्न है, जिसे किसी पवित्र स्पर्श की प्रतीक्षा भी है और उस स्पर्श से छिल जाने का …

Read More »

बांग्ला कवयित्री मंदाक्रांता सेन की कविताएँ

आज मंदाक्रांता सेन की कविताएँ. समकालीन बांगला साहित्य में मंदाक्रांता सेन का नाम जाना-माना है. उनको आनंद पुरस्कार भी मिल चुका है. उन्होंने साहित्य अकादेमी का युवा पुरस्कार लौटा दिया था. उनका एक उपन्यास ‘झपताल’ हिंदी अनुवाद में उपलब्ध भी है. हम आभारी हैं उत्पल बैनर्जी के कि उन्होंने उनकी …

Read More »