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उड़ना नहीं सीखा था मैंने अपनी माँ की कोख में

डीपीएस पुणे में कक्षा छह में पढ़ने वाले अमृत रंजन ने हमें अपनी कवितायें भेजी तो मैं थोड़ा विस्मित हुआ। 11 साल का लड़का सुंदर भाषा में ऐसी कवितायें लिखता है जिसमें सुंदर की संभावना दिखाई देती है। अगर लिखता रहा तो आगे कुछ बहुत अच्छा लिखेगा ऐसी संभावना दिखाई …

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फिल्म का बनना एटनबरो की मुहब्बत की विजय भी थी

आज महात्मा गांधी को याद करने का दिन है। रिचर्ड एटनबरो ने उनके ऊपर फिल्म बनाई थी। उस फिल्म पर बहुत बारीकी से लिखते हुए उनको याद कर रहे हैं युवा फिल्म समीक्षक सैयद एस. तौहीद– जानकी पुल। =============    इस महाकाव्यात्मक फिल्म में पेश आया छोटा सा दृश्य आपको ‘गांधी’ …

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‘अपने अपने अज्ञेय’ निस्‍संदेह विरल और औपन्‍यासिक है

अज्ञेय के जन्मशताब्दी वर्ष में उनके मूल्यांकन-पुनर्मूल्यांकन के अनेक प्रयास हुए। अनेक पुस्तकें उस साल आई। लेकिन सबसे यादगार पुस्तक रही ‘अपने अपने अज्ञेय’। जिसका सम्पादन किया ओम थानवी ने। देर से ही सही दो खंडों के इस संस्मरण संग्रह पर एक अच्छा लेख लिखा है ओम निश्चल ने- जानकी …

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क्या रवीन्द्रनाथ को बांग्ला का शिवराम कारंत कहना चाहिए?

आज रामचंद्र गुहा के इस लेख को पढ़कर लगा कि हम दुनिया जहान के लेखकों के बारे में तो खूब जानते हैं, लेकिन अपनी भाषाओं के लेखकों के बारे में कितना कम जानते हैं। यह लेख कन्नड भाषा के महान लेखक शिवराम कारंत के बारे में है- प्रभात रंजन  ============================ दो मित्रों ने पिछले …

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रंजन क्या विद्रोही होंगे, ख़ाक करेंगे बलवा

गणतन्त्र दिवस की सुबह जलेबी खाकर अच्छी-अच्छी रचनाएँ पढ़ने का अपना सुख है। आज सुबह दुनिया के सबसे पुराने कहे जाने वाले गणतन्त्र वैशाली जनपद के जाने-माने युवा कवि राकेश रंजन की गजलें पढ़ी। आप भी पढ़िये आजाद देश के जीवंत गणतन्त्र के नागरिक की तरह- प्रभात रंजन  ================================================================ 1. …

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स्वाति अर्जुन की कविताएं

स्वाति अर्जुन कवितायें कम लिखती हैं, लेकिन एक निश्चित सोच के साथ लिखती हैं। कविता महज शब्दों की सज्जा नहीं होती वह अपने जीवन को, अपने परिवेश को समझने का एक जरिया भी तो है। फिलहाल उनकी कुछ चुनी हुई कविताएं- जानकी पुल ==========================================   1. कवि का ‘प्रेम’ कवि …

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फिर भी कुछ लोग बड़े होते हैं क्योंकि वे दूसरों के लिए खड़े होते हैं

मुझे लगता है सच्ची कविता वह है जो अपने जीवन के बेहद करीब हो, अपने अनुभवों की ऊष्मा उनमें हो। बिना किसी शोर-शराबे के, नारेबाजी के, फतवे के इस तरह से लिखी गई हो कि ठहरकर हमें अपने जीवन-जगत के बारे में सोचने को विवश कर दे। प्रियदर्शन की कविताओं …

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एक दिग्गी पैलेस, कुल पांच दिन, 240 से ज़्यादा वक्ता, कुल 175 सत्र

जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल का कल समापन था। वहाँ से लौट कर लेखिका अनु सिंह चौधरी ने इस बार के आयोजन पर लिखा है। आपके लिए- जानकी पुल।  ====================================== अंतिम दिन सुबह की ज़ोरदार बारिश में सबकुछ धुल जाने का डर था – दिग्गी पैलेस में सजे मंच और कुर्सियां तो …

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कुमार विश्वास दुनिया के सर्वकालिक 27 वें लोकप्रिय कवि हैं?

न न मैं नहीं कह रहा। http://www.poemhunter.com ने एक सूची जारी की है दुनिया के 500 सार्वकालिक लोकप्रिय कवियों की। कल इस ओर मेरा ध्यान आकर्षित किया लेखक-मित्र प्रचंड प्रवीर ने। इस वेबसाइट की दुनिया भर में प्रतिष्ठा है। इससे कोई भी कविता प्रेमी इंकार नहीं कर सकता। इस सूची …

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दुनिया को अपने नीले हरे से देखने का सुख भरा कौतुक

पिछले दिनों मैंने प्रत्यक्षा जी के अनुवाद में बुकोव्स्की की कवितायें पढ़ी। उनसे आग्रह किया कुछ चुनिन्दा कविताओं के अनुवाद का। उन्होने देशी-विदेशी कविताओं का अंग्रेजी से अनुवाद करके हमें भेजा है जानकी पुल के पाठकों के लिए। इनमें अरविंद कृष्ण महरोत्रा हैं, तो फ्रैंक ओ हारा भी। कविताओं का एक एक …

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