दो मूर्धन्य चित्रकारों सैयद हैदर रज़ा और किशन खन्ना के बीच पत्र व्यवहार की एक बड़ी अच्छी पुस्तक है ‘माई डियर’, जिसका अनुवाद मैंने दो साल पहले किया था। रज़ा न्यास के सम्पादक जी को वह अनुवाद बहुत पसंद भी आया जिसकी वे बार बार तस्कीद करते रहे लेकिन पुस्तक …
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