परमेश शाहनी की किताब ‘क्वियरिस्तान’ पर यह टिप्पणी लिखी है युवा लेखक महेश कुमार ने, जो केंद्रीय विश्वविद्यालय गया के छात्र हैं। एक ज़रूरी किताब पर सार्थक टिप्पणी- =========================== 30 दिसंबर को कोलकाता हिंदी मेला से लौटते हुए ट्रेन में ट्रांसजेंडर समुदाय के लोग चढ़े और पैसा माँगने लगे। कुछ …
Read More »