कल यानी 28 मई को जाने-माने कवि-कला समीक्षक प्रयाग शुक्ल का जन्मदिन था। वे 81 साल के हो गए। उन्होंने कुछ नई कविताएँ लिखीं। आप उन कविताओं को यहाँ पढ़ सकते हैं –- ========= 1 आशंका जब लगा होगा मन मेरा किसी काम में- कोई टोक देगा! जब …
Read More »इस आवाज़ की अपनी एक कशिश है: प्रयाग शुक्ल
कवयित्री पारुल पुखराज की डायरी ‘आवाज़ को आवाज़ न थी’ पर यह टिप्पणी लिखी है जाने-माने कवि, कला समीक्षक प्रयाग शुक्ल जी ने। आप भी पढ़ सकते हैं- =========================== पिछले दिनों पारुल पुखराज की पुस्तक ‘आवाज़ को आवाज़ न थी’’ (डायरी) मिली। तो स्वयं डायरी-विधा को लेकर कईं बातें ध्यान …
Read More »कविता शुक्रवार 4: प्रयाग शुक्ल की दस कविताएँ
कविता शुक्रवार के इस अंक में प्रयाग शुक्ल की कविताएं और हेमंत राव के चित्र प्रस्तुत हैं। कवि, कथाकार, निबंधकार, कला समीक्षक और अनुवादक प्रयाग शुक्ल का जन्म 1940 में कोलकाता में हुआ था। उनके ‘यह जो हरा है’, ‘इस पृष्ठ पर’, ‘सुनयना …
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