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कथा-कहानी

आ. चारुमति रामदास की कहानी ‘ऐसा भी होता है!’

आ. चारुमति रामदास हैदराबाद में प्रोफ़ेसर रही हैं। रूसी भाषा से उन्होंने अनेक कहानियों का हिंदी में अनुवाद किया है जिसमें मिखाईल बुलगाकोव का उपन्यास ‘मास्टर एंड मार्गरीटा’ भी है। आज उनकी एक छोटी सी कहानी जो कुछ कुछ जादुई यथार्थवाद जैसी है। आप भी पढ़िए- मॉडरेटर ======================= हम समुन्दर …

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वैशाली की कन्या और कमल के फूल

वरिष्ठ लेखिका गीताश्री आजकल वैशाली के भग्नावशेषों में बिखरी प्राचीन कथाओं की खोज कर रही हैं। यह उस ख़ज़ाने की पहली कहानी है- =================================== वैशाली के खंडहरो में जाने कितनी प्रेम कथाएं सांसें लेती हैं। उन कथाओं के नाम कई स्तूप हैं। कुछ तो नष्ट हो गए, कुछ अब भी …

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त्रिलोक नाथ पांडेय की जासूसी कहानी ‘आस्था’

भारत सरकार के गुप्तचर ब्यूरो में बहुत वरिष्ठ पद से सेवानिवृत्त त्रिलोक नाथ पाण्डेय अब साहित्य-साधना में लग गए हैं. राजकमल प्रकाशन से अभी हाल में आये इनके उपन्यास ‘प्रेमलहरी’ ने काफी ख्याति अर्जित की है. चाणक्य के जासूसी कारनामों पर आधारित उनका शोधपरक ऐतिहासिक उपन्यास शीघ्र ही आने वाला …

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कहाँ फँस गए कमालुद्दीन मियाँ?

उषाकिरण खान हिंदी की वरिष्ठ लेखिका हैं और उनके लेखन में बहुत विविधता रही है। उनकी ताजा कहानी पढ़िए। यह कहानी उन्होंने ख़ुद टाइप करके भेजी है- मॉडरेटर ================================ कहाँ फँस गये कमालुद्दीन मियाँ कमाल ही कहे जाते हैं। वे क़ुतुब मियाँ के इकलौते चश्मेचिराग थे। चार खूबसूरत बेटियों के …

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सौम्या बैजल की कहानी ‘ख़त’

युवा लेखिका सौम्या बैजल की छोटी छोटी कहानियाँ और कविताएँ हम लोग पढ़ते रहे हैं। इस बार अरसे बाद उनकी कहानी आई है, छोटी सी प्रेम कहानी- मॉडरेटर ======================================= ख़त ‘उस दिन जब तुमसे पहली बार मिली थी, तो यह नहीं सोचा था की इतने करीब हो जाएंगे। और आज …

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पूजा त्रिपाठी की कहानी ‘बैंगनी फूल’

आज ईद के मौक़े पर पढ़िए पूजा त्रिपाठी की कहानी ‘बैंगनी फूल’– मॉडरेटर ====================================== बैंगनी फूल “क्या बकवास खाना है यार, इसे खायेगा कोई कैसे” विशाल ने टिफ़िन खोलते ही कहा. “ अगर ४ दिन और ये “खाना खाना पड़ा तो मुझसे न हो रही इंजीनियरिंग, मैं जा रहा वापस …

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सुषमा गुप्ता की कहानी ‘मेरी पीठ पर लिखा तुम्हारा नाम’ 

सुषमा गुप्ता एक बहुराष्ट्रीय कम्पनी में प्रबंध निदेशिका हैं। इनकी कहानियाँ, कविताएँ प्रमुख पत्र पत्रिकाओं में प्रकाशित होती रही हैं। अभी हाल में इनकी एक कहानी ‘नया ज्ञानोदय’ में भी आई है। जानकी पुल पर यह लेखिका की पहली कहानी है- मॉडरेटर ================================= मेरी पीठ पर लिखा तुम्हारा नाम  वहाँ …

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  कमला दास की कहानी ‘हिरासत’

आज मलयालम की प्रसिद्ध लेखिका कमला दास की पुण्यतिथि है। 31 तारीख़ का उनके जीवन में अजब संयोग था। 31 मार्च 1934 को उनका जन्म हुआ और 31 मई 2009 को अपने पीछे विपुल साहित्य और असंख्य विवादों को छोड़कर दुनिया से कूच कर गई। उनकी इस मार्मिक कहानी का …

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अगत्य की उदासी

प्रियंका ओम युवा लेखिकाओं में जाना पहचाना नाम है। इस बार उन्होंने एक बाल कहानी लिखी है। एकल परिवार के बच्चे के अकेलेपन को लेकर। पढ़िएगा- मॉडरेटर ================================= लंच ब्रेक में जब वो दोनो क्लास रूम में अकेले थे तब लड़की ने नाम पूछ कर बात शुरू की। तुम्हारा नाम …

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नवारुण भट्टाचार्य की कहानी ‘पृथ्वी का आख़िरी कम्युनिस्ट’ 

नवारुण भट्टाचार्य की इस प्रसंगिक कहानी का अनुवाद किया है जानी-मानी लेखिका, अनुवादिका मीता दास ने- मॉडरेटर =================================== इस पृथ्वी का आख़िरी कम्युनिस्ट नवारुण भट्टाचार्य बांग्ला से अनुवाद: मीता दास 2020 साल में एक घटना इस प्रकार घटित होगी जो इस कहानी से ही प्रमाणित हो जाएगा कि आज से …

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