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कथा-कहानी

वंदना राग की कहानी ‘स्टेला नौरिस और अपूर्व चौधुरी अभिनीत क्रिसमस कैरोल’

  समकालीन स्त्री कथाकारों में वंदना राग सबसे अंडररेटेड लेखिका हैं. जबकि उनकी उनकी कहानियों की भाषा, कथ्य, इंटेंसिटी, शैली सब न सिर्फ अपने समकालीन कथाकारों से भिन्न है बल्कि उन्होंने हिंदी में स्त्री-लेखन को सर्वथा नई जमीन दी है. उनमें वह ‘तथाकथित’ बोल्डनेस नहीं है दुर्भाग्य से जिसे हिंदी …

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रश्मि भारद्वाज की कहानी ‘जलदेवी’

रश्मि भारद्वाज की कविताओं से मैं बहुत प्रभावित हुआ था. लेकिन उसकी इस कहानी ने मुझे चौंका दिया. किसी लोककथा की शैली में यह कहानी बढती चलती है, गाँव के जमीन से जुड़ी ठोस कहानी. मुझे गर्व होता है कि मेरी छोटी बहन इतना अच्छा लिख सकती है. ज्यादा लिखना …

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वो हमसफ़र था मगर उससे हमनवाई न थी

इधर मैंने कुछ कहानियां ऐसी लिखी हैं जो किसी गीत-ग़ज़ल से जुडती हैं, उन कहानियों में बैकग्राउंड म्यूजिक की तरह से ग़ज़ल चलती रहती है. उस श्रृंखला की एक कहानी आपकी राय के लिए- प्रभात रंजन  ================== वो हमसफ़र था मगर उससे हमनवाई न थी कि धूप छाँव का आलम …

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मेरी नई कहानी ‘यार को मैंने जाबजा देखा…’

आज अपनी ही नई कहानी प्रस्तुत कर रहा हूँ जो एक कथा श्रृंखला का हिस्सा है- प्रभात रंजन  ===============================================================   यार को मैंने जाबजा देखा प्रभात रंजनउसकी बायीं आँख के ठीक नीचे कटे का निशान था. बड़ा-सा. चेहरे में सबसे पहले वही दिखाई देता था. ‘तीन टाँके लगे थे’, उसने बताया था. देखने में दो …

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प्रियंका दुबे की कहानी ‘माय लेफ्ट फुट’

प्रियंका दुबे की पत्रकारिता से हम सब परिचित हैं. यहाँ आज आपके लिए उनकी एक छोटी सी कहानी, जिसके बारे में लेखिका का कहना है कि यह ‘शार्ट स्टोरी और स्टोरी के बीच का है कुछ शायद’. बहरहाल, यह एक मार्मिक कहानी है. एक फिल्म से अतीत के पन्ने जुड़ते …

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ख्वाजा अहमद अब्बास की कहानी हिंदी अनुवाद में

लेखक, पत्रकार, फिल्म लेखक, निर्देशक ख्वाजा अहमद अब्बास की यह जन्मशताब्दी का साल है. इस मौके पर आज प्रस्तुत है उनकी एक कहानी ‘Red and Yellow’ का हिंदी अनुवाद. अनुवाद किया है सैयद एस. तौहीद ने- मॉडरेटर. ====== कमरे की चारों दीवार पर तस्वीरें टंगी हुई थी। कृष्ण गोपियों के संग …

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कुछ इज़रायली कविताएँ प्रभात रंजन के अनुवाद में

इजरायल के कुछ कवियों की कविताओं के मैंने अनुवाद किये थे. आज उनमें से कुछ ‘दैनिक हिंदुस्तान’ में प्रकाशित हुए हैं. उनमें से दो प्रसिद्ध हैं येहूदा अमीखाई और हिब्रू भाषा की महान कवयित्री दहलिया रविकोविच की कविताएं यहाँ प्रस्तुत हैं- प्रभात रंजन ============================ येहूदा अमीखाई की कविताएं   जर्मनी …

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हृषीकेश सुलभ की कहानी ‘हबि डार्लिंग’

हृषीकेश सुलभ बिहार की धरती के सम्भवतः सबसे मौलिक इस रचनाकार ने अपने नाटकों में लोक के रंग को जीवित किया तो कहानियों में व्यंग्य बोध के साथ वाचिकता की परंपरा को. समकालीन जीवन की विडंबनाएं जिस सहजता से उनकी कहानियों में आती हैं, जिस परिवेश, जिस जीवन से वे कहानियां …

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मार्क ट्वेन की कहानी ‘भाग्य’

अमेरिकी लेखक मार्क ट्वेन को आधुनिक कहानी के आरंभिक लेखकों में जाना जाता है. यही नहीं उन्होंने जासूसी कथा धारा की भी एक तरह से शुरुआत की. अगाथा क्रिस्टी ने अपने कई उपन्यासों में उनके लेखन के प्रति आभार प्रकट किया है. यहाँ उनकी एक छोटी-सी कहानी, जिसका पठनीय अनुवाद …

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गाब्रियल गार्सिया मार्केज़ की कहानी ‘नीले कुत्ते की आँखें’

मार्केज़ के अनुवादों को लेकर किसी से खूब चर्चा हुई तो मुझे याद आया कि उनकी एक कहानी का सुन्दर अनुवाद सरिता शर्मा ने किया है- ‘नीले कुत्ते की आँखें.’ मार्केज़ की इस एक और कहानी का हिंदी में आनंद उठाइए- प्रभात रंजन  ====================================================     फिर उसने मेरी ओर देखा. मुझे …

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