अनुकृति उपाध्याय एक दुर्लभ द्विभाषी लेखिका हैं अंग्रेज़ी में लिखे अपने उपन्यास ‘kintsugi’ के लिए उनको इस साल सुशीला देवी सम्मान से नवाज़ा गया है। उनकी कहानियों, उनके उपन्यास ‘नीना आंटी’ ने लेखकों पाठकों के दिल में एक खास जगह बनाई है। वह कविताएँ भी लिखती हैं। आज उनकी कुछ …
Read More »दिव्या श्री की नई कविताएँ
दिव्या श्री बिहार के बेगूसराय में अंग्रेज़ी की छात्रा हैं, अनुवाद भी करती हैं। इनकी कविताएँ सभी प्रमुख पत्र-पत्रिकाओं में प्रकाशित हो चुकी हैं। यह उनकी नई कविताएँ हैं- ====================== 1. प्रेम किस शै का नाम है ***************** जब मैं पहली बार प्रेम में पड़ी मेरी उम्र सत्रह …
Read More »सौम्या बैजल की ताज़ा कविताएँ
सौम्या बैजल कवयित्री, रंगमंच की दुनिया से जुडी कलाकार, विज्ञापन की दुनिया में काम करने वाली, एक फेमिनिस्ट, एक्टिविस्ट, लेखिका हैं. कविताओं में वह सब कहने की कोशिश करती हैं, जो कई बार रोज़ की भागम-भाग में आँखों से ओझल रहता है. वह लाडली मीडिया अवार्ड्स में jury भी रह चुकी …
Read More »वीरेंद्र प्रसाद: कुछ कविताएँ-गीत
भा.प्र.से. से जुड़े डॉ. वीरेन्द्र प्रसाद अर्थशास्त्र एवं वित्तीय प्रबंधन में स्नातकोत्तर की शिक्षा प्राप्त की है। वे पशु चिकित्सा विज्ञान में स्नातकोत्तर भी हैं। रचनात्मक लेखन में उनकी रुचि है। प्रस्तुत है भीड़भाड़ से दूर रहने वाले कवि-लेखक वीरेन्द्र प्रसाद की कुछ कविताएँ और गीत- =========== यहाँ भी …
Read More »युवा कवि चंद्रकुमार की कविताएँ
चंद्रकुमार ने कॉर्नेल विश्वविद्यालय, न्यूयार्क से पढ़ाई की। वे आजकल एक निजी साफ्टवेयर कंपनी में निदेशक है लेकिन उनका पहला प्यार सम-सामयिक विषयों पर पठन-लेखन है। स्थानीय समाचार पत्रों में युवाओं के मार्गदर्शन के लिए लंबे समय तक एक नियमित स्तंभ लेखन के साथ ही खेल, राजनीति, शिक्षा, कलाओं और …
Read More »कविता दुःखों के साथ कि गयी सबसे बड़ी नाइंसाफ़ी है: रवित यादव
दिल्ली विश्वविद्यालय के लॉ फ़ैकल्टी के छात्र रवित यादव की कुछ नई कविताएँ पढ़िए। गद्य-पद्य कविता में कुछ नए प्रयोग हैं- ======================== 1-कविता, दुःखों के साथ कि गयी सबसे बड़ी नाइंसाफ़ी है। ……….…….. कोई ऐसी कविता ढूँढ रहा हूँ जो यह बता सके कि कौन से दुःखों को …
Read More »राज्यवर्धन की कविताएँ
आज पढ़िए वरिष्ठ कवि राज्यवर्धन की कविताएँ। प्रचार-प्रसार से दूर रहने वाले इस कवि की कविताएँ पढ़िए- ================================= (1) आठवाँ घोड़ा ———————- सूरज का कोई भी घोड़ा लोक के पक्ष में नहीं है सातवाँ घोड़ा भी नहीं घोड़साल के घोड़े जुते हैं रथ में निकाल दी गई …
Read More »युवा कवि अमृत रंजन की पाँच कविताएँ
अमृत रंजन की कविताएँ हम तब से पढ़ते आ रहे हैं जब वह 12 साल का बच्चा था। अब वह युवा हो चुका है। उसकी कविताओं में भी अलग तरह की परिपक्वता दिखाई देने लगी है। बड़ी संभावनाएँ दिखाई देने लगी हैं। आज अमृत का जन्मदिन है। आइए उसकी कविताएँ …
Read More »आलोक शर्मा की तीन कविताएँ
आलोक शर्मा अंग्रेज़ी के वरिष्ठ पत्रकार हैं। टाइम्स ऑफ़ इंडिया समूह में काम करते हैं। हिंदी में कविताएँ लिखते हैं। अपने समय को देखने का एक नज़रिया देते हैं। आज उनकी तीन कविताएँ पढ़िए- ==================== सलाम दानिश —————- फ़रेब की चकाचौंध में चौंधिया जाती हैं आँखें और …
Read More »‘बिसात पर जुगनू’ की काव्यात्मक समीक्षा
यतीश कुमार की काव्यात्मक समीक्षा शैली से हम सब बखूबी परिचित हैं। आज उन्होंने अपनी शैली में वंदना राग के उपन्यास ‘बिसात पर जुगनू’ की समीक्षा की है। मौका लगे तो पढ़िएगा- =============================== सुना है कि पुराने ज़माने में जुगनुओं को एक डिब्बे में बंद कर उससे रात में …
Read More »