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पटना पुस्तक मेला की पॉलिटिक्स क्या है?

पटना पुस्तक मेला को किताबों की दुनिया का कुम्भ कहा जा सकता है. बिहार में पुस्तक संकृति को बचाए बनाये रखने में इसका बहुत योगदान रहा है. इसी कारण इससे अपेक्षाएं भी बहुत होती हैं. कल 23 वें पुस्तक मेला का समापन हो गया. एक संतुलित रपट पढ़िए सुशील कुमार …

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खरीद बिक्री के आंकड़े साहित्य के मूल्य तय नहीं करते- ऋषिकेश सुलभ

आज ऋषिकेश सुलभ का जन्मदिन है. वरिष्ठ पीढ़ी के सबसे सक्रिय लेखकों में एक सुलभ जी ने अपने नाटकों, अपनी कहानियों से एक बड़ा पाठक वर्ग बनाया है. सबसे बड़ी बात यह है कि बिहार के वे उन दुर्लभ लेखकों में हैं जिन्होंने समकालीन युवा लेखकों से निरंतर संवाद बनाया …

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वैलेंटाइन पर परदेशी बाबू की देसी चिट्ठी

प्रवीण कुमार झा रहते नॉर्वे में हैं लेकिन ठेठ देशी किस्सा-कहानी लिखते हैं. वामा गांधी के नाम से ‘चमनलाल की डायरी’ नामक एक व्यंग्य-किताब लिख चुके हैं. आज वैलेंटाइन चिट्ठी लिखे हैं. परदेस से लिखे है आने में देरी हो गई है. मौका मिले तो पढियेगा- मॉडरेटर ============ लुबना चमार …

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 आप सब को हैप्पी यौम-ए-मोहब्बत डे!

आज वैलेंटाइन डे है. सदफ़ नाज़ अपने पुराने चुटीले अंदाज़ में लौटी हैं. कुछ मोहब्बत की बातों के साथ, कुछ तहजीब-संस्कृति की बातों के साथ-मॉडरेटर ================== 14 फ़रवरी के दिन डंडे वाले बिग्रेड के नुमाइंदे मोहब्बत के मारों पर यूं पिल पड़ते हैं मानों ये जोड़े शीरीं फ़रहाद के नक्शे-ए-क़दम …

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ऋषि कपूर की आत्मकथा कपूर परिवार की ‘खुल्लमखुल्ला’ है

कल किन्डल पर ऋषि कपूर की आत्मकथा ‘खुल्लमखुल्ला’ 39 रुपये में मिल गई. पढना शुरू किया तो पढता ही चला गया. हिंदी सिनेमा के सबसे बड़े सबसे सफल घराने कपूर परिवार के पहले कपूर की आत्मकथा के किस्सों से पीछा छुड़ाना मुश्किल था. सबसे पहले अफ़सोस इस बात का हुआ …

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रोमांस राजा रविंदर सिंह के नए उपन्यास का एक अंश

इस बार वैलेंटाइन डे के अवसर पर सबसे लोकप्रिय रोमांस लेखकों में एक रविंदर सिंह का उपन्यास हिंदी में आ रहा है ‘ये प्यार क्यों लगता है सही…’ अंग्रेजो में यह उपन्यास पहले ही आ चुका है- This Love That Feels Right… इस बार रविंदर सिंह ने मैच्योर प्रेम कहानी …

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लवली गोस्वामी की एक प्रेम कविता

लवली गोस्वामी कवियों की भीड़ में कुछ अलग हैं. जीवन दर्शन को शब्दों में बुनने वाली इस कवयित्री की एक प्रेम कविता, अपनी ऐंद्रिकता में भी जिसका रंग बहुत जुदा है. मॉडरेटर ===========================   बतकही सुनो, मुझे चूमते हुए तुम हाँ तुम ही   मान सको तो मानना प्रेम वह …

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कर्नल शायर गौतम राजऋषि की चुनिन्दा ग़ज़लें

पता नहीं सहरसा की मिटटी में क्या है. पिछले कुछ समय से सहरसा के एक से एक लेखक सामने आए हैं. लेकिन गौतम राजऋषि जैसे विरुद्धों का सामंजस्य हैं. पेशे से कर्नल और दिल से शायर. हाल में ही हिन्द युग्म प्रकाशन से उनके गजलों का दीवान साया हुआ है …

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पूजा पुनेठा की कुछ कविताएँ

पहले वसंत था और आज से उसमें फागुन का भी रंग घुल गया है. आज कुछ अलग सी कविताएँ पढ़ते हैं पूजा पुनेठा की. पूजा रेडियो जॉकी हैं, अनुवाद, कंटेंट राइटिंग करती हैं और सहज शैली में कविताएँ लिखती हैं. फागुन की पहली सुबह की कविताएँ- मॉडरेटर ========== 1.. दरगाह …

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मृणाल पांडे का अथ पुरातन प्रबंध नव्य संस्करण -2

प्रसिद्ध लेखिका मृणाल पांडे इन दिनों किस्सों की पुरानी लुप्त हुई परम्परा के सूत्रों को जोड़ रही हैं. यह दूसरी कड़ी है. पहली कड़ी में हम हिमुली की कथा पढ़ चुके हैं. इस बार हिमुली की कथा आगे बढ़ी है और उसमें हर कथा की तरह अनेक नए पात्र जुड़ …

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