लाल्टू हिंदी के जाने माने कवि हैं, सामाजिक कार्यकर्ता हैं, अनुवादक हैं। इस बार उन्होंने गद्य में खंडहर का सफ़रनामा लिखा है। आप भी पढ़िए इस खंडहर होते समय में कुछ खंडहर यादें- जानकी पुल ============ खंडहर : एक सफर 1 ठंड की बारिश बन टपक रहा हूँ। …
Read More »मुझे पागल तो नहीं कहोगी न?
आज लाल्टू की कविताएँ. वे हमारे दौर के ऐसे कवि हैं जो बेहद ख़ामोशी से सृजनरत रहते हैं. प्रतिबद्ध हैं लेकिन अपनी प्रतिबद्धता का नगाड़ा नहीं पीटते. एक विनम्र कवि की कुछ चुनी हुई कविताएँ आज आपके लिए- जानकी पुल. ======= क कथा क कवित्त क कुत्ता क कंकड़ क कुकुरमुत्ता. कल भी क …
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