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कविताएं

मनोज कुमार पांडेय की कविता ‘सलीब के बाद’

आज पढ़िए मेरी पीढ़ी के चर्चित कथाकार मनोज कुमार पांडेय की लंबी कविता ‘सलीब के बाद’। यह कविता वैसे तो बहुत पहले हंस में प्रकाशित है लेकिन ऑनलाइन पहली बार आ रही है। आप भी पढ़ सकते हैं- प्रभात रंजन ============================== 1. जो किया मैंने आज उसकी हिम्मत जुटाने में …

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सरिता स्निग्ध ज्योत्स्ना की कविताएँ

आज बिना किसी भूमिका के पढ़िए सरिता स्निग्ध ज्योत्स्ना की कविताएँ- ====================================   1.पेनकिलर वाली औरतें दुनियादारी में प्रैक्टिकल हो चुकी चालीस प्लस की औरतें अपनी ही भूतहा तन्हाई से लड़तीं मोबाइल और दोस्तों की दुनिया में मशगूल पतियों से अपने अधिकारों के लिए और झगड़े नहीं करना चाहतीं सयाने …

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ज्योति शर्मा की नई कविताएँ

आज पढ़िए ज्योति शर्मा की कविताएँ । इन कविताओं में स्त्री-मन का विद्रोह भीतर ही भीतर गुँथा मिलता है। विद्रोह प्रकट करने के दो तरीके होते हैं, एक आक्रोश से भरा और दूसरा शालीनता से। ज्योति शर्मा की कविताओं की यह विशेषता है कि वे आक्रोश में तो हैं लेकिन …

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आशुतोष प्रसिद्ध की कविताएँ

युवा कवि आशुतोष प्रसिद्ध की कविताएँ विभिन्न प्रतीकों के जरिए बहुत सी बातें कहती चली जाती हैं । समाज की विभिन्न गड़बड़ियों पर ध्यान ले जाना इन कविताओं की बड़ी विशेषता है । ‘नैहर का मोह छूटता नहीं’ कविता बरसात और नदी के रिश्ते को बताते हुए अचानक स्त्री जीवन …

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संदीप तिवारी की कविताएँ

आज पढ़िए युवा कवि संदीप तिवारी की कविताएँ। इन कविताओं को पढ़ते हुए उन बदली हुई परिस्थितियों पर सहज ही ध्यान चला जाता है जब कभी न कभी, धीरे-धीरे सबसे एक शहर छूट जाता है, जब जीवन में निश्चितताएँ अधिक थीं, तकनीकी विकास के आने से सुविधाएँ तो बहुत मिलीं …

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तसलीमा नसरीन की कविताएँ, अनुवाद- गरिमा श्रीवास्तव

प्रसिद्ध लेखिका तसलीमा नसरीन की कुछ नयी कविताओं का बंगला से हिन्दी अनुवाद प्रोफ़ेसर गरिमा श्रीवास्तव ने किया है। आप भी पढ़ सकते हैं- =========================== 1.मैं हूँ अनश्वर बुरका न पहनने पर त्रिपोली में जिस लड़की को सरे- राह मारा गया- वह मैं हूँ जर्सी पहन फ़ुटबाल खेलने पर ढाका …

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गिरिराज किराडू की लगभग कविताएँ

आज विश्व कविता दिवस पर पढ़िए मेरी पीढ़ी के सबसे प्रयोगशील और मौलिक कवि गिरिराज किराडू की कविताएँ जो उनकी प्रयोगधर्मिता का नया आयाम हैं- प्रभात रंजन =================== लगभग कविता गिरिराज किराडू वैसे तो मुझे कभी पता नहीं चला कि मैं लेखक हूँ या नहीं इसलिए जो मैं लिखता हूँ …

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विनय सौरभ की ग्यारह कविताएँ

आज पढ़िए विनय सौरभ की कविताएँ। विनय का परिचय देते हुए हिंदवी ने लिखा है ‘सुपरिचित लेकिन दुर्लभ कवि’। हाल में ही राजकमल प्रकाशन से इस दुर्लभ कवि का कविता संग्रह प्रकाशित हुआ है ‘बख़्तियारपुर’। आप इनकी कुछ चुनिंदा कविताएँ पढ़िए- ===================================== वे संबंधी ____________ इस इलाक़े में साल भर …

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नेहा नरुका की छह कविताएँ

आज पढ़िए नेहा नरुका की कविताएँ। समकालीन कविता में नेहा का नाम जाना-पहचाना है। हाल में ही उनका कविता संग्रह आया है ‘फटी हथेलियाँ’। उनकी कविताओं के विषय भी लग हैं और भंगिमा भी। मिसाल के तौर पर इन कविताओं को पढ़िए- ===================================== 1 किसी ने मेरा उड़ता कबूतर मारा …

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युवा कवि अंचित की कविताएँ

आज पढ़िए युवा कवि अंचित की कविताएँ। समकालीन दौर के जाने माने कवि अंचित की कविताओं में समकालीन समय का द्वंद्व दिखाई देता है। पढ़िए कुछ सवाल पूछती कविताएँ- =========================== इच्छा कोई अंतरंग जगह नहीं छोड़ी उन्होंने देश में और हिंसा का नाम उन्होंने रक्षा रख दिया है। एक अदना …

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