विनम्र कवि को नोबेल

कवि-संपादक गिरिराज किराडू ने यह लेख टोमास ट्रांसट्रोमर की कविता और उनको मिले नोबेल सम्मान पर लिखा है. यह छोटा-सा लेख न केवल ट्रांसट्रोमर की कविता को समझने में हमारी मदद  करती है बल्कि नोबेल की पोलिटिक्स की ओर भी संकेत करती है. बेहद पठनीय लेकिन विद्वत्तापूर्ण लेख- जानकी पुल.  …

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नारी का मन और उसकी कलम

कवयित्री, संगीतविद वंदना शुक्ला ने स्त्री-लेखन को एक अलग ही नज़रिए से देखा है. मन और कलम के द्वंद्व के रूप में. स्त्री-लेखन के इतिहास पर एक विहंगम दृष्टि. कई महत्वपूर्ण सवाल उठाने वाला एक महत्वपूर्ण लेख- जानकी पुल. नैतिक शिक्षा या नागरिक शास्त्र (सिविक्स) विषय में कुछ वाक्य पढाए …

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नीला घर का महाकवि टोमस ट्रांस्टोमर

जून २००१ में हिंदी कवयित्री तेजी ग्रोवर स्वीडन गई थी तो वहाँ टोमस ट्रांसटोमर से मिलने गई थीं, उनके ऐतिहासिक नीले घर में. उसके बाद उनके ऊपर, उस् मुलाकात के ऊपर उन्होंने एक संस्मरण लिखा था, जो ‘बहुवचन’ में प्रकाशित हुआ था. स्वीडिश कविता के उस् महान हस्ताक्षर को नोबेल …

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प्रेम का आसरा अटारी पर बैठे कबूतर थे

अभी हाल में ही युवा कवयित्री विपिन चौधरी को डॉ अंजना सहजवाला कविता सम्मान मिला है. जानकी पुल की ओर से उनको बधाई और प्रस्तुत हैं उनकी कुछ नई कविताएँ- जानकी पुल. खोज अर्थात वास्कोडिगामा   महज़ काली मिर्च की खुश्बु ही किसी लम्बी भटकन का कारण नहीं हो सकती …

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किन्नर कौन होते हैं?

प्रसिद्ध लेखक एस. आर. हरनोट की कहानियां अक्सर हमें कुछ सोचने के लिए विवश करती हैं. उनकी अनेक कहानियों में हिमाचली संस्कृति, वहां की परम्पराओं के प्रति गहरी चिंता दिखाई देती है. आज उनकी एक कहानी ‘किन्नर’. किस तरह किन्नौर के लोगों के लिए प्रयुक्त होने वाला यह शब्द कालांतर …

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सब ठीक-ठाक ही दीखता है इस अल्लसुबह…

अपर्णा मनोज की कविताओं का मुहावरा एकदम अलग से पहचान में आता है. दुःख और उद्दाम भावनाओं के साथ एक गहरी बौद्धिकता उनकी कविताओं का एक अलग ही मुकाम बनाती हैं.  कई-कई सवाल उठाने वाली ये कविताएँ मन में एक गहरी टीस छोड़ जाती हैं. आज प्रस्तुत हैं उनकी पांच …

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ज्ञानी होइ सो अरथु लगावै, मुरख होइ उठि जाइ

युवा इतिहासकार सदन झाकी पकड़ शास्त्र और लोक दोनों पर ही समान रूप से और गहरी है. लोक-ज्ञान पर इस लेख को पढकर इसकी ताकीद की जा सकती है. आधुनिक औपचारिक शिक्षा से अलग  ज्ञान की एक संचित परंपरा रही है, जिससे हमारा नाता टूटता जा रहा है. उन्हीं टूटे …

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एक लड़की लिख देती है ‘समंदर’

आज पेश है युवा कवि उस्मान ख़ान की कविताएँ। उस्मान को आप कल (22 सितम्बर 2011) इंडिया हैबिटैट सेंटर, नई दिल्ली में आयोजित ‘कवि के साथ’ कार्यक्रम में भी कविता पाठ करते हुए सुन सकते हैं। जानकीपुल पर उस्मान की कविताएँ पहली बार प्रकाशित करते हुए बेहद ख़ुशी हो रही है …

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जाना ‘रागदरबारी’ जैसे क्लासिक के लेखक का

प्रसिद्ध लेखक श्रीलाल शुक्ल को २००९ का ज्ञानपीठ पुरस्कार कुछ दिन पहले ही दिया गया. आज उनका देहांत हो गया. वे हिंदी में अपनी धारा के अकेले ही लेखक थे. एक ऐसे लेखक जिनकी हिंदी समाज में गहरी व्याप्ति भी थी. ‘रागदरबारी’ उपन्यास शायद हिंदी से सबसे अच्छे उपन्यासों में …

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दुश्मन-दोस्त सभी कहते हैं, बदला नहीं हूँ मैं

आज मशहूर शायर शहरयार को अमिताभ बच्चन के हाथों ज्ञानपीठ पुरस्कार दिया जा रहा है. आइये उनकी कुछ ग़ज़लों का लुत्फ़ उठाते हैं. वैसे यह बात समझ नहीं आई कि अमिताभ बच्चन के हाथों ज्ञानपीठ पुरस्कार क्यों?- जानकी पुल. 1. कहीं ज़रा सा अँधेरा भी कल की रात न थागवाह …

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