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लेख

छठ जरूरी है। बेहद जरूरी!

छठ अकेला ऐसा पर्व है जिसे बिहार के बाहर लोग समझ नहीं पाते. कोई अंधविश्वास कहकर लाठी भांजने लगता है, कोई बिना जाने यह कहने लगता है कि केवल महिलाएं भूखी क्यों रहती हैं, पुरुष क्यों नहीं? जबकि इस पर्व को बड़ी तादाद में पुरुष भी करते हैं. मेरे जैसे …

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 दीपावली दीये की नहीं, धन की रौशनी का त्यौहार है

युवा लेखक विमलेन्दु के इस लेख के साथ सभी को दीवाली की शुभकामनाएं- मॉडरेटर ========================================== हम जैसे मध्यमवर्गीय और जनपदीय नागरिक बोध वाले लोगों के लिए दीपावली केवल एक त्यौहार नहीं, बल्कि कौशल विकास का एक अवसर होता है. तरह-तरह के दिये बनाना, रंगोली से घर-आँगन सजाना, मिट्टी से लक्ष्मी-गणेश …

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जगजीत की आवाज़ एक ज़गह थी जहाँ छुपा जा सकता था

आज जेपी और अमिताभ बच्चन का जन्मदिन है लेकिन जगजीत सिंह पर विमलेन्दु के लिखे इस लेख को पढवाने का लोभ अधिक है. जगजीत सिंह की पुण्यतिथि कल थी – मॉडरेटर ======================================================== मंगलेश डबराल की कविता ‘ छुपम-छुपाई ‘ की एक पंक्ति है—“ आवाज़ भी एक ज़गह है, जहां छुपा …

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संवाद युग में रेणु के संवदिया की याद

कल विश्व डाक दिवस था. मुकुल कुमारी अमलास ने उसी बहाने संवदिया पर यह लेख लिखा है- मॉडरेटर ======================================================     कल फणीश्वर नाथ रेणु की कहानी संवदिया पढ़ रही थी। पढ़ कर आँखों में आँसू आ गये और मैं उनके सामने नतमस्तक हो गई। रेणु जी के बारे में …

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सीता की विद्रोह कथा और ‘मैं जनक नंदिनी’

  आशा प्रभात जी के उपन्यास ‘मैं जनकनंदिनी’ पर मेरी यह समीक्षा ‘कादम्बिनी’ में आई है- प्रभात रंजन ==================================================== मिथक सतत कथाओं को तरह होती हैं। हर युग उन कथाओं को अपने युग सन्दर्भों के अनुकूल बनाकर अपना लेती है। इसीलिए देवी-देवताओं की कथाओं की अनंत कथाएं लिखी जाती रही …

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गांधी कभी न खत्म होने वाले द्वंद्व का नाम है

आज दिन भर हम महात्मा गांधी को याद करते रहे. अब शाम में पढ़िए युवा लेखक विमलेन्दु का यह लेख. ================================================= गांधीजी की सांस्कृतिक उपस्थिति इतनी ज़बरदस्त है हमारे बीच कि एक आम भारतीय भी, जिसने गांधी को व्यवस्थित ढंग से नही भी पढ़ा है, उन पर बोलने का हक …

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लता न सिर्फ हमारा अभिमान हैं बल्कि हमारी जीवनीशक्ति भी हैं

आज लता मंगेशकर का जन्मदिन है. एक अच्छा लेख युवा लेखक विमलेन्दु ने लिखा है- मॉडरेटर ================================================== अपने करोड़ों प्रशंसकों के दिलों पर राज करते हुए, संकोची, भाग्यवादी, ईश्वरपरायण, पित़ृहीन, दृढ़ संकल्पी लता मंगेशकर 28 सितंबर को अठासी बरस की हो जाएंगी. लता का जीवन यह बताता है कि भारत …

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अल्लाह करे मीर का जन्नत में मकाँ हो

आज यश चोपड़ा का जन्मदिन है. यश चोपड़ा जिसने कई पीढ़ियों को ग्रेसफुली रोमांस करने के अंदाज सिखाये. आज जब से प्रकाश के. रे का यह लेख पढ़ा आप लोगों को पढवाना चाहता था. देर हुई लेकिन सोने से पहले पढ़ लीजियेगा. अच्छा लगेगा- मॉडरेटर ==============   देश की आज़ादी …

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A Soofi in the Brothel

  Writer, journalist Prakash K. Ray write up on Mayank Austen Soofi’s book  Nobody Can Love you More : Life in Delhi’s Red Light District , published by penguin. ==============================================   As per the various estimates, there are three to 15 million prostitutes in our country. Some live and operate …

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क्या महात्मा गांधी की जन्मतिथि 13 सितम्बर है?

कटिहार में प्राध्यापक सदानंद पॉल का शोध देखिये क्या कहता है- मॉडरेटर ==================================== आज से 13 साल पहले मैंने स्व0 देवकीनन्दन सिंह की पुस्तक ‘ज्योतिष- रत्नाकर’ (पृष्ठ संख्या- 979 से 985 तक/ पुनर्मुद्रण वर्ष- 1999/ प्रकाशक- मोतीलाल बनारसीदास) पढ़ा, तो पाया महात्मा गाँधी की जन्मतिथि विक्रमी संवत् में ‘आश्विन बदी …

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