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इरशाद ख़ान सिकंदर की ग़ज़लें

असली नाम, छद्म नाम की बहसों से अलग कुछ अच्छी ग़ज़लें पढ़िए. इरशाद खान सिकंदर की गजलों की किताब आई है- आंसुओं का तर्जुमा. उसी anybook प्रकाशन से जिसने कुछ समय पहले जौन एलिया की किताब ‘गुमान’ छापी थी.  1. बन्द दरवाज़े खुले रूह में दाख़िल हुआ मैं चन्द सज्दों …

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गैब्रियल गार्सिया मार्केस की कहानी ‘संत’

मदर टेरेसा को संत की उपाधि दी गई तो स्पैनिश लेखक गैब्रियल गार्सिया मार्केस की कहानी ‘सेंट’ की याद आई. अंग्रेजी की प्राध्यापिका और वरिष्ठ लेखिका विजय शर्मा ने इस कहानी का अंग्रेजी से हिंदी में अनुवाद किया है. आज पढियेगा- मॉडरेटर  ============================ बाइस वर्ष बाद ट्रास्टवेयरे की पतली रहस्यमयी …

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इब्ने सफी लोकप्रिय धारा के प्रेमचन्द थे!

26 जुलाई को इब्ने सफी का का जन्मदिन और पुण्यतिथि दोनों है. वे जासूसी उपन्यास धारा के प्रेमचंद थे. हिंदी-उर्दू में उन्होंने लोकप्रिय साहित्य की इस धारा को मौलिक पहचान दी. आज उनको याद करते हुए ‘दैनिक हिंदुस्तान’ में लईक रिज़वी का स्मरण-आलेख प्रकाशित हुआ है- मॉडरेटर  ================================================================   इब्ने …

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हेमिंग्वे की कहानी ‘आज शुक्रवार है’

जुलाई का महीना अर्नेस्ट हेमिंग्वे का महीना है. उस लेखक जो दुनिया के सबसे महान कथा-लेखकों में एक थे. आज उनकी यह कहानी ‘आज शुक्रवार है’, जो नाटकीय शैली में लिखी गई है और इसमें तीन रोमन सिपाहियों की बातचीत है जो ईसा मसीह को सूली पर लटकाकर लौटे हैं. …

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मैं भारतीय हूँ, और मैं रेफूजी नहीं

दिल्ली के इरविन हॉस्पिटल से पढाई करने के बाद प्रवीण कुमार झा अमेरिका में चिकित्सक बने. आजकल नॉर्वे में हैं. वहीं से उन्होंने एक मार्मिक पत्र भेजा है. आप सब भी पढ़ें- मॉडरेटर  ===========================================================   बड़ा अजीब देश है। जिसे देखो कान में हेडफोन लगाये कहीँ भाग रहा है? किस …

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‘धनक’ में जीवन का इन्द्रधनुष है

‘उड़ता पंजाब’ के हल्ले में नागेश कुकनूर की फिल्म ‘धनक’ की चर्चा ही नहीं हुई. आज लेखक रवि बुले की समीक्षा पढ़ते हैं फिल्म ‘धनक’ पर- मॉडरेटर  ============================= —-हैदराबाद ब्लूज (१९९८), इकबाल (२००५) और डोर (२००६) जैसी फिल्में बनाने वाले नागेश कुकुनूर एक बार फिर रंगत में हैं। धनक का …

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फ़्रेंच लेखक डाविड फोइन्किनोस के उपन्यास का अनुवाद-अंश

फ्रेंच लेखक डाविड फोइन्किनोस के उपन्यास डेलिकेसी’ का एक अंश. यह उपन्यास हिंदी में  ‘नजाकत’ के  नाम  से  राजपाल एंड  सन्ज प्रकाशन से  प्रकाशित  हुआ  है. अनुवाद मैंने किया है- प्रभात रंजन  ================================================================             मार्कस की छोटी सी प्रेम कहानी, उसके आंसुओं के माध्यम से कही …

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कृष्ण कुमार का लेख ‘विश्वविद्यालय का बीहड़’

इन दिनों विश्वविद्यालयों की स्वायत्तात का मुद्दा जेरे-बहस है. इसको लेकर एक विचारणीय लेख कृष्ण कुमार का पढ़ा ‘रविवार डाइजेस्ट’ नामक पत्रिका में. आपके लिए प्रस्तुत है- मॉडरेटर. =============================================================   रोहित बेमुला की आत्महत्या एक प्रश्नभीरु समाज में बहस और विवाद का विषय बन जाए, यह आश्चर्य की बात नहीं …

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वंदना राग की कहानी ‘स्टेला नौरिस और अपूर्व चौधुरी अभिनीत क्रिसमस कैरोल’

  समकालीन स्त्री कथाकारों में वंदना राग सबसे अंडररेटेड लेखिका हैं. जबकि उनकी उनकी कहानियों की भाषा, कथ्य, इंटेंसिटी, शैली सब न सिर्फ अपने समकालीन कथाकारों से भिन्न है बल्कि उन्होंने हिंदी में स्त्री-लेखन को सर्वथा नई जमीन दी है. उनमें वह ‘तथाकथित’ बोल्डनेस नहीं है दुर्भाग्य से जिसे हिंदी …

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रश्मि भारद्वाज की कहानी ‘जलदेवी’

रश्मि भारद्वाज की कविताओं से मैं बहुत प्रभावित हुआ था. लेकिन उसकी इस कहानी ने मुझे चौंका दिया. किसी लोककथा की शैली में यह कहानी बढती चलती है, गाँव के जमीन से जुड़ी ठोस कहानी. मुझे गर्व होता है कि मेरी छोटी बहन इतना अच्छा लिख सकती है. ज्यादा लिखना …

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